विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने PoK को बताया भारत का हिस्सा, मानवाधिकार उल्लंघन को लेकर दिखाया आईना

PoK

PoK : पीओके में निर्दोष नागरिकों पर पाकिस्तानी सेना की बर्बर कार्रवाई ने दुनिया का ध्यान खींच लिया है।वही भारत ने पाकिस्तान को आईना दिखाया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने आज दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान की दमनकारी नीतियों पर सीधी चोट की है। PoK 

Read Also- UP News: बरेली में हुए बवाल के बाद अलर्ट हुआ प्रशासन, जुमे की नमाज से पहले कड़ी सुरक्षा

विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि पीओके के कई इलाकों में पिछले कुछ दिनों से विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों के दौरान पाकिस्तानी सेना ने निर्दोष नागरिकों पर क्रूरता की सारी हदें पार कर दी हैं। गोलीबारी, लाठियाँ, और दमन—यह सब पाकिस्तान के अवैध कब्जे और संसाधनों की व्यवस्थित लूट का नतीजा है। जायसवाल ने साफ शब्दों में कहा, “हमने पाकिस्तान अधिकृत जम्मू और कश्मीर के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शनों की खबरें देखी हैं, जिनमें पाकिस्तानी सेना द्वारा निर्दोष नागरिकों पर की गई बर्बरता भी शामिल है। यह पाकिस्तान के दमनकारी रवैये और इन इलाकों के संसाधनों की व्यवस्थित लूट का स्वाभाविक परिणाम है, जो उसके जबरन और अवैध कब्जे में हैं। PoK 

Read Also-NHAI की बड़ी पहल, राजमार्गों पर क्यूआर कोड वाले लगाएगा साइनबोर्ड….मिलेंगी जरूरी सूचनाएं

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने आगे कहा, “पाकिस्तान को अपनी भयावह मानवाधिकार उल्लंघनों के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।” विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का यह बयान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सरकार और सेना प्रमुख आसिम मुनीर की नीतियों पर सीधा प्रहार है। पीओके में लोग बिजली, पानी और आर्थिक शोषण के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। लेकिन जवाब में मिली है सिर्फ गोली और लाठियाँ। महिलाएँ, बच्चे—कोई नहीं बचा इस हिंसा से। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी यह मुद्दा गरमाता जा रहा है।PoK

पीओके का इलाका—जिसे पाकिस्तान ‘आजाद कश्मीर’ कहता है—वास्तव में अवैध कब्जे का शिकार है। 1947 से ही पाकिस्तान ने यहाँ घुसपैठ की थी। आज भी यहाँ आतंकी कैंप चलते हैं, और स्थानीय लोग इस्लामाबाद की सौतेली नीतियों से त्रस्त हैं। हाल के प्रदर्शनों में सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। पाकिस्तान ने तो इस्लामाबाद के नेशनल प्रेस क्लब में भी पत्रकारों पर लाठियाँ बरसाईं, ताकि पीओके की आवाज दब जाए। लेकिन भारत चुप नहीं बैठा। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि यह सब पाकिस्तान की दमनकारी मानसिकता का प्रमाण है।बहरहाल भारत का यह बयान न सिर्फ पीओके के लोगों के दर्द को आवाज देता है, बल्कि पाकिस्तान को वैश्विक कटघरे में खड़ा करता है। PoK 

Top Hindi NewsLatest News Updates, Delhi Updates,Haryana News, click on Delhi FacebookDelhi twitter and Also Haryana FacebookHaryana Twitter

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *