हरियाणा (रिपोर्ट-श्याम बटला): कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के चलते जिला रेवाड़ी में पिछले 9 महीनों से स्कूलों पर ताले लटके हैं जिसके चलते न केवल बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है बल्कि अध्यापकों के सामने भी रोजीरोटी का संकट खड़ा हो गया है ।
इसी कड़ी में निजी स्कूल एसोसिएशन ने सड़को पर उतरकर मुख्यमंत्री के नाम जिला सचिवालय एस डी एम को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि 10 दिसम्बर के बाद स्कूल बंद रखने का कोई फैसला न लिया जाए और तुरन्त प्रभाव से सभी निजी स्कूलों को खोलने की अनुमति दी जाए। अन्यथा अगर कुछ अनहोनी होती है तो इसकी जिम्मेदार सिर्फ ओर सिर्फ प्रदेश सरकार ही होगी।
एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष रामपाल यादव ने मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री से सवाल पूछते हुए जवाब मांगा की जब कोरोना काल में विवाह शादियां हो सकती हैं, चुनाव हो सकते हैं किसान आंदोलनों में हजारों की संख्या में शासन प्रशासन ओर किसान शामिल हो सकते हैं तो फिर स्कूल में बच्चे क्यों नहीं आ सकते ?
उन्होंने स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के सवाल पर कहा कि सभी स्कूल कोरोना से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं लेकिन सड़कों पर प्रोटेस्ट करते वक्त प्रशासन व प्रदर्शनकारियों ने तक खुद मास्क नहीं लगाया और पूछों तो बोलेते हैं कोरोना है ही नहीं तो फिर मास्क किसलिए ।
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