चरखी दादरी(प्रदीप साहु): जनस्वास्थ्य विभाग में अनुबंध आधार पर कार्यरत 66 ट्यूबवेल आपरेटरों को विभाग द्वारा बिना नोटिस दिए हटा दिया गया। जिसके विरोध में ट्यूबवेल आपरेटरों ने यूनियन बनाते हुए बाढड़ा में अनिश्चितकालीन शुरू करते हुए रोष प्रदर्शन किया।
साथ ही निर्णय लिया कि अगर हटाए कर्मियों को वापिस नहीं लिया गया तो आंदोलन जारी रहेगा और हड़ताल का भी फैसला लिया जा सकता है। इस दौरान उनके धरने को दूसरे विभागों के कर्मचारियों ने भी समर्थन दिया।
आपको बता दें, बाढड़ा उपमंडल के जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय में अनुबंध आधार पर ट्यूबवेल आपरेटरों को लगाया था। जिनको विभाग द्वारा पिछले दिनों बिना नोटिस बाहर का रास्ता दिखा दिया।
हटाए गए 66 ट्यूबवेल आपरेटरों ने प्रधान राजबीर शर्मा की अध्यक्षता में जनस्वास्थ्य विभाग के उपमंडल अधिकारी कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना देते हुए रोष प्रदर्शन कर नारेबाजी की।
इस दौरान ट्यूबवैल आपरेटरों ने सरकार व विभाग अधिकारियों पर आरोप लगाए कि राजनीतिक दबाव के चलते 155 ऑपरेटरों में से 66 को हटा दिया गया।
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जबकि ये ट्यूबवेल आपरेटरों पिछले करीब 15 वर्षों से 4 हजार रुपए में अनुबंध आधार पर कार्यरत थे। अगर इनको वापिस नहीं लिया गया तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
ट्यूबवेल आपरेटरों यूनियन के प्रधान राजबीर शर्मा ने कहा कि ट्यूबवेल आपरेटरों को हटाने का वे पूरजोर विरोध करते हैं। अब यूनियन द्वारा अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया गया है।
विभाग ने इनको वापिस नहीं लिया तो हड़ताल कर बड़ा आंदोलन का निर्णय लिया जाएगा। वहीं, जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता दलबीर सिंह दलाल ने बताया कि विभाग के नियमानुसार जलघरों पर आपरेटरों को अनुबंध आधार पर रखा गया था।
विभाग के पास कुछ क्षेत्रों में वैकेंसी पूरी होने पर ही आपरेटरों को हटाया गया है। हालांकि उन्होंने पूरे मामले में केस मुख्यालय को भेज दिया है। मुख्यालय से मंजूरी मिलने पर पुराने आपरेटरों को लिया जाएगा।
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