Railway Exhibition: रेलवे जगत का सबसे बड़ा मेला – 16वीं इंटरनेशनल रेलवे इक्विपमेंट एग्जिबिशन, IREE 2025 दिल्ली के भारत मंडपम में जारी है।कल के उद्घाटन के बाद इस ‘फ्यूचर-रेडी रेलवेज’ थीम वाले शो में आज भी खूब हलचल बनी रही। Railway Exhibition
दिल्ली के भारत मंडपम में एशिया की सबसे बड़ी और विश्व की दूसरी सबसे बड़े रेलवे एग्जिबिशन जारी है।कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) और रेल मंत्रालय के सहयोग से आयोजित इस प्रदर्शनी में 15 से ज्यादा देशों से 450 से अधिक एग्जिबिटर्स हिस्सा ले रहे हैं। 40,000 वर्ग मीटर में फैला यह मेला रेलवे टेक्नोलॉजी, मेट्रो सॉल्यूशंस और इनोवेशंस का ग्लोबल प्लेटफॉर्म बन गया है। Railway Exhibition
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बीते कल रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस एशिया के सबसे बड़ी प्रदर्शनी के उद्घाटन के मौके पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 11 सालों में रेलवे में क्रांतिकारी बदलाव आए हैं। 35,000 किलोमीटर से ज्यादा नई ट्रैक्स बिछाई गईं, 46,000 किलोमीटर विद्युतीकरण पूरा हुआ। अब भारतीय रेलवे फ्रेट ट्रांसपोर्ट में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा नेटवर्क बन चुका है, जो अमेरिका को पीछे छोड़ चुका है। Railway Exhibition
इस साल रेलवे के लिए 1.16 लाख करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है, जिसमें स्वदेशी सेफ्टी सिस्टम कवच भी शामिल है। अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत 1,300 से ज्यादा स्टेशनों का रीडेवलपमेंट चल रहा है। चेनाब ब्रिज और पंबन का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज जैसे मेगा प्रोजेक्ट्स देश की इंजीनियरिंग क्षमता को दर्शाते हैं। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का काम 99% पूरा हो चुका है, और बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट तेजी से आगे बढ़ रहा है। Railway Exhibition
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यहां भारत मंडपम में आज दूसरे दिन भी भीड़ उमड़ी हुई है। भारतीय रेलवे का सबसे बड़ा पवेलियन यहां आकर्षण का केंद्र है, जहां अमृत भारत और तेजस कोच, वंदे भारत ट्रेन, कोलकाता मेट्रो और नमो भारत ट्रेन जैसे मॉडर्न व्हीकल्स डिस्प्ले पर हैं। इंडियन मैन्युफैक्चरर्स को ग्लोबल मार्केट में एक्सपोर्ट के नए अवसर मिल रहे हैं – अमेरिका और जर्मनी तक रोलिंग स्टॉक एक्सपोर्ट हो रहा है। Railway Exhibition
यह प्रदर्शनी भारत की रेल टेक्नोलॉजी और मैन्युफैक्चरिंग स्ट्रेंथ को शोकेस कर रही है। इंटरनेशनल रेल कॉन्फ्रेंस भी चल रही है, जहां 20,000 से ज्यादा प्रोफेशनल्स डिस्कस कर रहे हैं – डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, एडवांस्ड सिग्नलिंग और ऑपरेशंस कंट्रोल सेंटर्स पर। बहरहाल इंटरनेशनल रेलवे प्रदर्शनी न सिर्फ इनोवेशन का केंद्र है, बल्कि ग्लोबल पार्टनरशिप्स के लिए भी मील का पत्थर साबित हो रहा है। कल इस प्रदर्शनी का तीसरा और आखिरी दिन है। Railway Exhibition