हरियाणा में गहराते जल संकट को लेकर कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आज दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान सुरजेवाला ने केंद्र की मोदी सरकार और हरियाणा की बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
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दिल्ली में आज कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा के जल संकट को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा के कई जिले, जैसे कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, जींद, फतेहाबाद, सिरसा, हिसार और रोहतक, पीने के पानी की भारी किल्लत से जूझ रहे हैं। सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार और पंजाब सरकार ने मिलकर हरियाणा को इस बड़े जल संकट में धकेल दिया है।
रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने हरियाणा के जल संकट और पंजाब-हरियाणा के बीच टकराव पर पूरी तरह आंखें मूंद ली हैं। भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड, जो केंद्र सरकार के अधीन है, हरियाणा को उसका हक का पानी नहीं दे रहा। सुरजेवाला ने आगे कहा किअंबाला में 2,800 क्यूसेक पानी के बजाय सिर्फ 1,200 क्यूसेक, कैथल में 1,350 क्यूसेक के बजाय 400 क्यूसेक और हिसार में 1,500 क्यूसेक के बजाय सिर्फ 350 क्यूसेक पानी मिल रहा है। यह हरियाणा के लोगों के साथ अन्याय है।
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सुरजेवाला ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर भी बयानबाजी तक सीमित रहने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी इस संकट से निपटने में पूरी तरह नाकाम रहे हैं। सुरजेवाला ने केंद्र सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की और हरियाणा को उसका हक का पानी दिलाने के लिए ठोस कदम उठाने को कहा है। उन्होंने कहा कि दोनों मुख्यमंत्री सिर्फ एक-दूसरे को चिट्ठियां लिख रहे हैं, जबकि हरियाणा की जनता पानी के लिए तरस रही है। सुरजेवाला ने केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल खट्टर पर भी सवाल उठाए, जो हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं।