Jammu Kashmir Assembly Speaker: जम्मू कश्मीर विधानसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हुआ। नेशनल कॉन्फ्रेंस के सीनियर नेता और चरार-ए-शरीफ से सात बार विधायक रहे अब्दुल रहीम राथर को केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया।विपक्षी दलों ने स्पीकर के पद के लिए चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया था। इसके बाद अब्दुल रहीम राथर को ध्वनिमत से अध्यक्ष चुना गया।
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विधायक सुनील शर्मा को मिली ये जिम्मेदारी- अध्यक्ष का चुनाव प्रोटेम स्पीकर मुबारक गुल ने कराया।कृषि मंत्री जावेद अहमद डार ने अध्यक्ष पद के लिए राथर के नाम का प्रस्ताव रखा, जबकि एनसी के विधायक रामबन अर्जुन सिंह राजू ने पांच दिवसीय सत्र के पहले दिन प्रस्ताव का समर्थन किया।निर्वाचित होने के बाद अब्दुल रहीम राथर को सदन के नेता उमर अब्दुल्ला, नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के विधायक सुनील शर्मा स्पीकर की कुर्सी तक लेकर गए।अब्दुल रहीम राथर इससे पहले भी जम्मू कश्मीर राज्य की विधानसभा में अध्यक्ष का पद संभाल चुके हैं। वो 2002 से 2008 तक विपक्ष के नेता भी रहे।
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विधानसभा में हुआ हंगामा- पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के विधायक वहीद पारा ने जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के खिलाफ सोमवार को जम्मू कश्मीर विधानसभा में प्रस्ताव पेश किया और केंद्र शासित प्रदेश को फिर से विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की।
पीडीपी विधायक वहीद पारा के प्रस्ताव पेश करते ही सदन में हंगामा हो गया।पुलवामा से विधायक पारा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के सीनियर नेता और सात बार के विधायक अब्दुल रहीम राथर को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर की विधानसभा का पहला अध्यक्ष चुने जाने के तुरंत बाद प्रस्ताव पेश किया।वहीद पारा ने प्रस्ताव पेश करते हुए कहा, “जम्मू कश्मीर के लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए ये सदन जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने का विरोध करता है।”