नवरात्री के प्रथम दिन घटस्थापना के बाद मां के शैलपुत्री स्वरुप की उपासना की जाती है। हिमालय की पुत्री होने के कारण इन्हें शैलपुत्री कहा जाता है। मां शैलपुत्री का स्वरुप बेहद शांत और सरल है। देवी के में त्रिशूल और दूसरे हाथ में कमल का फूल सोभा दे रहा है। नंदी बैल पर सवार […]
Continue Reading