Tamil Nadu: भारत के पहले वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज यानी नए पंबन ब्रिज का उद्घाटन 6 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। 2 किलोमीटर से ज़्यादा लंबा यह ब्रिज एक ग्रीन और टिकाऊ प्रोजेक्ट है दक्षिण रेलवे के मुताबिक यह भारत के सबसे चर्चित इनफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट में से एक है।
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नया रेलवे पुल मंडपम रेलवे स्टेशन को रामेश्वरम द्वीप से जोड़ता है। ये उसी जगह पर बनाया गया है जहां पुराना पंबन पुल था। ब्रिटिश काल का पंबन ब्रिज 1914 में बनकर तैयार हुआ था। ये भारत का पहला समुद्री पुल था जो तकरीबन 100 साल के बाद खस्ताहाल हो गया था। पुराने पंबन पुल पर केवल 10 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ही ट्रेन दौड़ सकती थीं लेकिन नए पुल पर 160 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार वाली ट्रेन गुजर सकेंगी।
हालांकि फिलहाल कुछ तकनीकी कारणों से ट्रेनें 98 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से ही गुजरेंगी। इस पुल से कनेक्टिविटी में सुधार होने की उम्मीद है। उम्मीद है कि जब रामेश्वरम रेलवे स्टेशन बनकर तैयार हो जाएगा तो इस क्षेत्र में पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा। नए पुल में 72 मीटर लंबा वर्टिकल लिफ्ट स्पैन है जो पानी से 22 मीटर ऊपर उठता है। इससे बड़े जहाज आसानी से पुल के नीचे से गुजर सकते हैं। पहले इस पुल का काम जनवरी 2023 तक पूरा होना था लेकिन कई तरह की दिक्कत और चुनौतियों की वजह से इसकी समय सीमा कई बार बढ़ानी पड़ी। पाक जलडमरूमध्य के अशांत जल, तेज़ हवाओं और अप्रत्याशित मौसम की वजह से काम काफी प्रभावित हुआ।
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इसके अलावा चक्रवातों और भूकंप प्रभावित क्षेत्र होने जैसी संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए इसकी योजना और मजबूत डिज़ाइन पर काम होना था। उम्मीद है कि इस पुल की शुरुआत के बाद से रेल कनेक्टिविटी में और सुधार होगा और जब रामेश्वरम रेलवे स्टेशन चालू हो जाएगा तब लंबी दूरी भी पहले के मुकाबले कम समय में तय हो जाएगी।
