(अजित सिंह): राजधानी दिल्ली की हवा लगातार जहरीली बनी हुईं है। वहीं आज दिल्ली का औसतन AQI लेवल 472 दर्ज किया गया। दिल्ली में कई इलाकों का एयर क्वालिटी इंडैक्स गंभीर श्रेणी में दर्ज किया जा रहा है, जो दिल्ली वालों की सेहत के लिए खतरा बना हुआ है। आज सुबह-सुबह धूंध देखने को मिली। सड़कों पर विजिबिलिटी काफी कम नजर आई। वहीं स्कूल जा रहे छात्रों को भी प्रदूषण की वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
राजधानी दिल्ली में आज सुबह के वक्त सड़कों पर धूंध देखने को मिला। सुबह के वक्त विजिबिलिटी भी कम रही। वहीं एयर क्वालिटी इंडैक्स भी गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। दिल्ली का औसतन AQI लेवल PM 2.5- 472 दर्ज किया गया। वहीं ITO का 400, आरके पुरम 431, द्वारिका का 403, आनंद विहार का 394, मुंडका का 434, पूसा रोड ,390, और बवाना का 450 दर्ज किया गया जो गंभीर श्रेणी में माना जाता है।
प्रदूषण की वजह से एक तरफ जहां एक से पांचवीं तक के बच्चों को छुट्टी दे दिया गया है और स्कूलों में आउटडोर वर्क को भी फिलहाल बंद कर दिया गया है। प्रदूषण की वजह से जहां एक तरफ प्राइमरी स्कूलों को बंद करने के लिए कहा गया है। वहीं दूसरी ओर बड़ी क्लासेस में पढ़ रहे बच्चों का कहना है प्रदूषण तो सभी को लगता है ऐसे में बड़े क्लासेस के बच्चों को भी छुट्टी देना चाहिए। वहीं कुछ छात्रों का ये भी कहना है कि दिल्ली में प्रदुषण हर साल होता है।
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ऐसे में बढ़ते प्रदूषण के कारण छोटे बच्चों की सेहत को देखकर उनको घर पर रहने के लिए कहा गया है। वहीं प्रदूषण की वजह से बड़े बच्चों की भी सेहत पर असर पड़ सकता है। ऐसे में गवर्नमेंट को सभी स्कूलों को कुछ दिनों के लिए बंद कर देना चाहिए ताकि प्रदुषण से होने वाली परेशानियों से स्कूली छात्र बच सकें।
अनुमान के मुताबिक प्रदूषण का पीक पीरियड चल रहा है है और राजधानी के लोगों को 12 से 15 नवंबर तक प्रदूषित हवा में ही सांस लेना पड़ सकता है इस दौरान पराली जलाने के मामले में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। ऐसे में अभी दिल्ली वालों को फिलहाल प्रदूषण से राहत मिलने के आसार नहीं हैं।