(अभयेन्द्र प्रताप सिंह): वाराणसी में गंगा का जलस्तर अब लाल निशान के ऊपर बह रहा है । केंद्रीय जल आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार गंगा का जलस्तर सुबह आठ बजे 70.86 मीटर पर पहुंच गया अस्सी से नगवां जाने वाले मार्ग पर गंगा का पानी चढ़ने के कारण संपर्क समाप्त हो गया है। गंगा से सटे निचले इलाके पानी से घिर चुके हैं। वाराणसी में एक बार फिर गंगा अपने रौद्र रूप में आ गई हैं काशी के कई घाट जलमग्न हो गए हैं। जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी का असर गंगा घाट से सटे सड़कों पर भी दिखने लगा है। पानी सड़क और गलियों के रास्ते शहरी आबादी में घुसने लगा है। दशाश्वमेध घाट पर गंगा का पानी सीढ़ियों को पार करते हुए सड़क तक पहुंच गया है। इस बीच तीन दिवसीय वाराणसी दौरे पर आए जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने आज नक्खीघाट में बाढ़ बाहुल्य इलाकों का दौरा कर बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की। उन्होंने कहा कि बाढ़ क्षेत्र प्रभावित लोगों को राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है
वही केंद्रीय जल आयोग के अनुसार जलस्तर में फिलहाल कमी संभव नहीं है, क्योंकि गंगा और उसकी सहायक नदियों में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इसकी वजह से तेज रफ्तार से गंगा के जलस्तर में बढ़ाव दर्ज की गयी है जो अपने वास्तविक स्तर से बहुत ज्यादा है सरकार की ओर से जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा को बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद के निर्देश दिए गए है। इस दौरान बोट के जरिए क्षेत्रों में पीड़ितों को राशन व पानी भिजवाया गया। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि प्रशासन की ओर से सभी तैयारी कर ली गई है 1290 लोग कैंप में आ चुके हैं। लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।
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वाराणसी में गंगा के जलस्तर में बढ़ाव के लिए आज का दिन महत्वपूर्ण माना जा रहा है। क्योंकि बांधों से बड़ी मात्रा में जल छोड़ा जा रहा है जो गंगा के प्रवाह पथ में प्रयागराज होते हुए काशी पहुंचेगा और इससे जलस्तर बढ़कर शहर की घनी आबादी में घुस सकता है।