Parliament Session :केंद्रीय संसदीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि संसद में चर्चा के लिए कई विषय उठाए गए हैं,किरेन रिजिजू ने कहा, ‘बैठक में 30 राजनीतिक दलों के कुल 42 नेता मौजूद थे।कई विषय हैं जिन पर चर्चा की मांग की गई है।केंद्रीय संसदीय मंत्री ने कहा कि सरकार किसी भी विषय पर चर्चा के लिए तैयार है। हमारा अनुरोध है कि सदन अच्छे से चले और कोई हंगामा ना हो।शीतकालीन सत्र को अच्छे से चलाने के लिए सभी का सहयोग और सभी की भागीदारी जरूरी है।
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संविधान दिवस समारोह के मद्देनजर 26 नवंबर को कोई सत्र नहीं होगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 75 साल पूरे होने पर दोनों सदनों के सदस्यों के साथ संविधान भवन में संविधान दिवस मनाया जाएगा।केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी और इसके साथ ही सरकार महत्वपूर्ण दस्तावेज जारी करेगी इसमें संविधान से जुड़ी कई चीजें प्रकाशित की जायेगी।केंद्रीय संसदीय मंत्री रिजिजू ने कहा कि यह किताब कोई साधारण किताब नहीं है। किताब के अंदर जो तस्वीरें हैं, जो विवरण दिए गए हैं और जो मूल विचार हैं, उन्हें हम सभी को जनता तक पहुंचाने का प्रयास होगा।
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वही सर्वदलीय बैठक में विपक्ष ने कई मुद्दे उठाते हुए सरकार की जोरदार घेराबंदी के संकेत दिए हैं कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि सत्र के दौरान मणिपुर मुद्दा और अडानी के मुद्दे को जोर शोर से उठाया जाएगा।वही विपक्षी पार्टियों ने उत्तर भारत में बढ़ते प्रदूषण और रेल दुर्घटनाओं के मुद्दे पर भी चर्चा की मांग की है।संसद के सत्र की शुरुआत कल सोमवार 25 नवंबर से हो रही है और संसद सत्र के 20 दिसंबर तक चलने की संभावना है।संसद सत्र के दौरान केंद्र सरकार महत्त्वपूर्ण वफ्फ बिल, एक देश एक चुनाव और अन्य महत्वपूर्ण विधायकों को पारित करने की कोशिश करेगी, हालांकि विपक्ष अलग-अलग मुद्दों को जोर-शोर से उठाने की तैयारी में है।ऐसे में महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावी नतीजे के बाद हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के हंगामेदार रहने के पूरे आसार हैं।
