(अजय पाल)26/11 Terror Attack In Mumbai :मायानगरी के नाम से मशहूर मुंबई की रफ्तार आज से 15 साल पहले 26/11 के आतंकी हमले के बाद अचानक से रुक गयी थी। मुंबई पर हुए आतंकवादी हमले को याद करके मुबई ही नहीं पूरे देश के लोग सिहर जाते है।समुद्र के रास्ते 10 आतंकवादी मुंबई पहुंचे थे।उन्होने ताज होटल समेत कई और ठिकानों पर मौत का खेल खेला था।
इस आतंकवादी हमले में 18 सुरक्षाकर्मी समेत 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। आतंकियों ने देश के सबसे सुरक्षित जगहों में से एक ताज होटल को निशाना बनाया था।मुंबई में जब ये आतंकवादी हमला हुआ उस समय गोलियों और धमाकों की आवाज के बाद पूरे शहर में अफरातफरी का माहौल मच गया था। आतंकियों के साथ 3 दिन चली मुठभेड़ के बाद अजमल आमिर कसाब नाम के एक आतंकी को जिंदा पकड़ा गया था.
Read also-कांग्रेस नेता सचिन पायलट: सभी राज्यों में कांग्रेस की स्थिति मजबूत, राजस्थान में फिर सरकार बनाएंगे
धमाकों से दहल उठी थी मुंबई –बता दें कि पुलिस व सेना ने आतंकियों से मुंबई को मुक्त कराने के लिए ऑपरेशन शुरू किया था। 3 दिनों तक चले ऑपरेशन में सेना व जवानों के साथ एनएसजी कमांडो भी थे। 3 दिनों तक चली मुठभेड़ में 3 आतंकियों को मार गिराया था।और अजमल आमिर कसाब को जिंदा पकडा लिया गया था। 2012 में कसाब को फांसी की सजा दी गय़ी थी इस दर्दनाक आतंकी हमले के जख्म 15 साल बाद भी नहीं भर सके है।
इन जगहों पर आतंकियों ने किया हमला- आतंकवादियों ने उस रात मुंबई की कई नामचीन जगहों को टारगेट बनाय़ा था। मुंबई में स्थित विश्वस्तरीय होटलों में से एक ताज होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल और नरीमन हाउस को निशाना बनाया गया था . इसके अलावा छत्रपति शिवाजी टर्मिनल रेलवे स्टेशन पर 4 आतंकियों ने एके-47 से लोगों पर गोली बरसानी शुरू कर दी। जिसमे कई लोगों की मौत हो गयी थी। इस आतंकवादी हमले को भारत आज भी नही भूल पाया है।