TMC on Operation Sindoor: केंद्र सरकार ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का पक्ष मजबूती से रखने के लिए एक विशेष ‘ऑपरेशन सिंदूर प्रतिनिधिमंडल’ शुरू किया है लेकिन इस कूटनीतिक मिशन से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस TMC ने खुद को अलग कर लिया है। सरकार ने इस प्रतिनिधिमंडल में पूर्व क्रिकेटर और बहरामपुर से टीएमसी सांसद युसुफ पठान को भी शामिल किया था। हालांकि अब कहा जा रहा है कि पार्टी ने उन्हें इस दौरे में हिस्सा लेने से रोक दिया है। टीएमसी के इस रुख के बाद केंद्रीय संसदीय मंत्री किरेन रिजिजू का बयान सामने आया है।
Read Also: कलयुगी मां बनी कुमाता! प्रेम सप्रंग में मां ने की बेटे की गला घोंटकर हत्या
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि यह डेलिगेशन भारत की एकता और आतंकवाद के खिलाफ संकल्प को दर्शाता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार ने सभी दलों के साथ समन्वय करने की कोशिश की गयी। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि यह एक राष्ट्रीय मिशन है, न कि कोई राजनीतिक अभियान। हमने सभी दलों से उनके प्रतिनिधियों के नाम मांगे थे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ दल इस महत्वपूर्ण पहल से दूरी बना रहे हैं। हमारा उद्देश्य देश की एकजुटता और आतंकवाद के खिलाफ हमारी प्रतिबद्धता को दुनिया के सामने रखना है।”
Read Also: आज नीदरलैंड पहुंचें विदेश मंत्री S. जयशंकर,डेनमार्क और जर्मनी का भी करेंगे दौरा
वहीं पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक संपर्क के लिए टीएमसी द्वारा प्रतिनिधिमंडल में प्रतिनिधि न भेजे जाने की चर्चा पर स्पष्टीकरण देते हुए टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने कहा कि “मुझे नहीं पता कि यह किसने कहा, मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि केंद्र सरकार आतंकवाद से निपटने, देश की संप्रभुता की रक्षा करने, पार्टी के राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने के लिए जो भी निर्णय लेगी, हम टीएमसी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे। अभिषेक बनर्जी ने आगे कहा कि अगर प्रतिनिधिमंडल जा रहा है, तो जिस तरह से पाकिस्तान द्वारा भारत में शांति को बाधित करने का प्रयास किया गया, हम इसकी निंदा करते हैं, लेकिन कौन जाएगा यह टीएमसी तय करेगी, केंद्र एकतरफा फैसला नहीं कर सकता। यह पार्टी नेतृत्व को तय करना है। बहरहाल सर्वदलीय डेलिगेशन पर टीएमसी के इस रुख के बाद नया राजनीतिक विवाद देखने को मिल रहा है।