Trump Tariffs: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए 25% आयात शुल्क, यानी टैरिफ, का मुद्दा जोर-शोर से उठा। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा में इस मुद्दे पर विस्तृत बयान दिया और देशहित को सर्वोपरि बताते हुए सरकार के रुख को स्पष्ट किया। ट्रंप के टैरिफ की गूंज आज संसद में भी सुनाई दी। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने इस मुद्दे पर संसद में बयान दिया। Trump Tariffs
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केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने संसद में कहा कि भारत सरकार अमेरिका के टैरिफ के फैसले पर पैनी नजर रखे हुए है। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री ने बताया कि भारत और अमेरिका के बीच कई दौर की द्विपक्षीय वार्ताएं हो चुकी हैं, और एक संतुलित व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए कई अहम बैठकें हुईं। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि आयात पर 10 से 15 फीसदी टैरिफ की बात हुई थी, लेकिन भारत अपने घरेलू उद्योगों और किसानों की सुरक्षा को प्राथमिकता देगा। Trump Tariffs
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने संसद को आश्वस्त किया कि भारत वैश्विक व्यापार में मजबूती से खड़ा है और देशहित में हर जरूरी कदम उठाया जाएगा। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार MSMEs, किसानों और उद्यमियों के हितों की रक्षा करेगी। भारत आज वैश्विक अर्थव्यवस्था का ‘ब्राइट स्पॉट’ है, और हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया की पांच सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शुमार है।”
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केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने यह भी उल्लेख किया कि भारत ने UAE और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते किए हैं, जिससे निर्यात को नई गति मिली है। ट्रंप के टैरिफ के जवाब में भारत दबाव में नहीं आएगा और अपनी शर्तों पर ही कोई समझौता करेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत ‘इंडिया फर्स्ट’ की नीति के तहत काम कर रहा है और राष्ट्रीय हितों से कोई समझौता नहीं होगा। Trump Tariffs
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत और अमेरिका के बीच चल रही बातचीत से एक निष्पक्ष और पारस्परिक रूप से लाभकारी समझौता संभव है। लेकिन अगर टैरिफ लागू होते हैं, तो भारतीय निर्यातकों, खासकर MSMEs पर इसका असर पड़ सकता है। दूसरी ओर, भारत सरकार का जोर इस बात पर है कि वह वैश्विक व्यापार में अपनी स्थिति और मजबूत करे। Trump Tariffs