Fatehpur Murder Case: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में तीन लोगों की हत्या के आरोपी दो युवक बुधवार को पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में घायल हो गए। इन युवकों के पैर में गोली लगी है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने ये जानकारी दी।पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल ने कहा कि खागा में पुलिस चौकी पर तैनात पुलिस टीम पर पीयूष सिंह और सज्जन सिंह ने फायरिंग की जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में इनके पैर में गोली लगी।
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उन्होंने बताया कि ये दोनों काले रंग की स्कॉर्पियो में यात्रा कर रहे थे और पुलिस पर गोलीबारी करने लगे। इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।इससे पूर्व, तीन लोगों की हत्या की घटना के कुछ ही घंटों में पुलिस ने सुरेश कुमार और उसके बेटे भूपिंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया था।
भारतीय किसान यूनियन के नेता, उसके बेटे और भाई की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।मृतकों की पहचान पप्पू सिंह , उसके बेटे अभय सिंह और भाई पिंकू सिंह के रूप में की गई थी।पुलिस महानिरीक्षक प्रेम कुमार गौतम ने कहा था कि पूर्व ग्राम प्रधान सुरेश कुमार उर्फ मन्नू ने पप्पू सिंह को सड़क पर खड़ा उसका ट्रैक्टर हटाने को कहा था जिसको लेकर दोनों के बीच झगड़ा हो गया था। स्थिति तब बिगड़ गई जब सुरेश के दो बेटे और उनके साथी इस झगड़े में शामिल हो गए और ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं जिससे तीनों की मौत हो गई।
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पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि प्राथमिकी में नामजद दो अन्य आरोपियों ज्ञान और विवेक समेत अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की आठ टीमों का गठन किया गया है।उन्होंने कहा कि तीनों शवों का पोस्टमार्टम, तीन वरिष्ठ डाक्टरों के पैनल द्वारा किया गया और इसकी वीडियोग्राफी की गई।इस बीच, कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अखरी गांव में पीएसी समेत भारी पुलिस बलों की तैनाती की गई है।
पुलिस महानिरीक्षक ने पीटीआई को बताया, “पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की है और प्रथम दृष्टया इस हत्या के दो प्रमुख कारण सामने आए हैं जिसमें से एक कारण पुरानी राजनैतिक रंजिश और दूसरा कारण सुरेश कुमार को आबंटित राशन की दुकान को निरस्त किए जाने को लेकर आक्रोश है।”
