Uttarkashi Tunnel Accident: लखनऊ के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स विशेषज्ञ मिलिंद राज को उत्तरकाशी टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए चलाए जा रहे बचाव अभियान में शामिल होने को कहा गया है। उन पर वैज्ञानिक रूप से सुरंग में फंसे मजदूरों के स्वास्थ्य की स्थिति पर नजर रखने की जिम्मेदारी होगी।..Uttarkashi Tunnel Accident
मिलिंद राज ने बताया कि सुरंग में फंसे 41 मजदूरों की मानसिक स्थिति और स्वास्थ का पता लगाने के लिए वो एक रेस्क्यू रोबोटिक सिस्टम यूज करेंगे। सिस्टम ये भी पता लगाने में सक्षम होगा कि सुरंग में कोई जहरीली गैस तो नहीं है।
मिलिंद राज, एआई और रोबोटिक्स साइंटिस्ट ने कहा कि “ये जो डिवाइस है, ये जो अंदर लाइफ लाइन बनी हुई हैं, उसके जरिए ये ऑपरेट करेंगी। सरल भाषा में बताएं तो तीन चीजें करेंगी। आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस की मदद से जो अंदर लोग फंसे हुए हैं 41, उनके व्यवहार और हेल्थ को डिटेक्ट और डायग्नोस करेगी। यदि कोई इंसान ज्यादा देर तक बोल नहीं रहा या कोई रो रहा है या कुछ हो रहा हो, तो हम लोग वो डेटा फीड उठाकर उसे प्रोसेस करते हैं और उसे तुरंत हम लोग ट्रिगर कर लेते हैं डायग्नोस करते हैं। दूसरी चीज ये है कि अंदर खतरनाक गैस न हो, ये सुनिश्चित करने के लिए अलग-अलग तरह के सेंसर्स हैं।
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तीसरी चीज ये है कि जहां पर नेटवर्क भी ठीक से नहीं आता है, वहां पर हम लोग हाई स्पीड इंटरनेट सर्विस देंगे। एक चौथा ड्रोन भी है मेरे पास, जो कि अगर हमें विजुअल अंदर से चाहिए हो, छोटा सा ही साइज में और इंटरनेट भी न आ रहा हो तब भी हम उसको अपने मॉड्यूल से इंटरनेट फीड करके हम उसको स्ट्रीम कर देंगे। तो अगर कोई भी हमारे जितने भी रेसक्यूर्स वो बाहर भी हैं और…। किसी भी अथॉरिटी को देखना हो तो वो तुरंत एक्सेस ले सकती है, बिना किसी ग्लिच के और बिना कोई समय गंवाए।” रोबोट 100 मीटर की दूरी तय कर सकता है। इसमें इंटरनेट उपलब्ध कराने की भी क्षमता है।
PTI
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