Vadodara Inclusive Education : ये है गुजरात के वडोदरा का उर्मी स्कूल, जहां सामान्य बच्चों के साथ 84 दिव्यांग बच्चे भी पढ़ाई करते हैं। इस स्कूल में इन दिव्यांग बच्चों को हर तरह से ट्रेनिंग दी जाती है और दूसरे सामान्य बच्चों के साथ कॉम्पिटीशन के लायक बनाया जाता है। बच्चों को यहां नॉर्मल बुक्स को ई-बुक्स के फॉर्मैट में उपलब्ध कराया जाता है। जिसे ये बच्चे स्क्रीन रीडर या फिर ब्रेल के माध्यम से पढ़ते हैं। दिव्यांग गौरी शार्दुल भी इस स्कूल की 10वीं की छात्रा हैं। जो आगे चलकर आईएएस बनना चाहती हैं।Vadodara Inclusive EducationVadodara Inclusive EducationVadodara Inclusive EducationVadodara Inclusive Education
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दिव्यांगों के लिए चलाई जा रही गुजरात सरकार की योजनाओं से भी ऐसे ख़ास बच्चों को काफी लाभ हुआ है। ‘एक्सेसिबल इंडिया कैंपेन’ से इन बच्चों के जीवन में काफी बदलाव आया है। ऐसे खास बच्चों को डिजिटल प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया गया है,जिससे इन्हें पढ़ने में काफी सहूलियत हुई है और परीक्षा के समय इन्हें दूसरों के हेल्प की ज़रूरत नहीं पड़ती बल्कि खुद कम्प्यूटर पर टाइप करके परीक्षा देते हैं।
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सुगम भारत अभियान सरकार की एक ऐसी योजना है, जिसका मकसद है कि दिव्यांग लोगों को हर जगह जैसे स्कूल, अस्पताल, बस, ट्रेन और सरकारी दफ्तर आसानी से पहुंच और सुविधा मिल सके। वडोदरा में हुए एक कार्यक्रम के दौरान उर्मी स्कूल के बच्चों ने मंच पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने गौरी शार्दुल को मंच पर बोलने का मौका दिया। इससे गौरी और बाकी खास बच्चों का आत्मविश्वास और भी बढ़ा। ये संदेश एक बेहतर, सुगम और समान भारत के निर्माण का है, जो दिव्यांग बच्चों का हौसला बढ़ाए और उन्हें मुख्यधारा से जुड़कर उज्जवल भविष्य बनाने के लिए प्रेरित करे।Vadodara Inclusive Education
 
			
 
	 
						 
						