West Bengal Durga Puja: पश्चिम बंगाल के कोलकाता में बाबूघाट पर रविवार यानी की आज 13 अक्टूबर को महिलाओं ने पूरे उत्साह और उमंग के साथ सिंदूर खेला में हिस्सा लिया। इसके बाद उन्होंने मां दुर्गा की मूर्तियों को विसर्जित किया। बाबूघाट तक जुलूस भी निकाला गया। शनिवार 12 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल, झारखंड और असम में भी सिंदूर खेला आयोजित किया गया।
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बता दें, यहाँ दुर्गा पूजा बहुत भव्य होती है। बड़े-बड़े पंडाल सजाए गए हैं। लोग दूर-दूर से यहां दुर्गा पूजा देखने आते हैं। सबसे खास बात यह है कि बंगाल में दुर्गा पूजा में सिंदूर खेला जाता है, जिसका विशेष महत्व है। दुर्गा पूजा के दौरान दशमी पर सिंदूर खेला जाता है। कोलकाता सहित बंगाल के सभी जिलों में मां दुर्गा की विदाई धूमधाम से की जाती है और उसी दिन सिंदूर खेला की रस्म की जाती है। इसके बाद देवी दुर्गा को विदाई दी जाती है। इस दौरान कई अन्य रस्में भी पूरी की जाती हैं। विवाहित महिलाओं के लिए सिंदूर खेला परंपरा बहुत महत्वपूर्ण है।
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ऐसी मान्यता है कि मां दुर्गा हर साल अपने पुत्रों (गणेश और कार्तिकेय) के साथ अपने मायके जाती है, साथ ही मां सरस्वती और मां लक्ष्मी भी जाती हैं। वह दुर्गा पूजा के रूप में दस दिन अपने मायके में रहती हैं। फिर दशमी पर मां को सिंदूर अर्पित कर विदा किया जाता है। महिलाएं इस दिन मां दुर्गा को सज-धज कर विदाई देती हैं। बंगाली समुदाय के लोग नवरात्रि के आखिरी दिन धुनुची नृत्य करके मां को खुश करते हैं।
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