Yogi Government: उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी अतीक अहमद को हर पेशी पर गुजरात की साबरमती जेल से यूपी के प्रयागराज लाया जाता है। दो पुलिस वैन और दो एस्कॉर्ट वाहनों भेजा गया था। अतीक अहमद को गुजरात से प्रयागराज कोर्ट के सामने पेश करने की इस प्रक्रिया पर यूपी सरकार करीब 10 लाख रुपए खर्च कर रही है।
वहीं जब कोर्ट की सुनवाई खत्म होगी तो माफिया अतीक को फिर से 1275 किमी के सड़क रुट से गुजरात ले जाया जाएगा। अतीक को लाने के लिए योगी सरकार की तरफ से 37 पुलिसकर्मियों की सैलरी और डीए पर करीब 6 लाख रुपए खर्च किए जाते हैं।एक रिपोर्ट की माने तो ये आंकड़े पुलिसकर्मियों की चार दिनों की सैलरी के औसत और डीए को जोड़कर दिए गए हैं।
डीजल पर खर्च होते हैं तीन लाख
रिपोर्ट की माने तो अतीक को लाने और ले जाने में स्तेमाल होने वाहनों में डीजल के लिए 3 लाख रुपए खर्च किए जाते हैं। एस्कॉर्ट वैन और पुलिस वैन को अतीक अहमद को गुजरात से प्रयागराज लाने और फिर वापस ले जाने के दौरान 4 चक्कर लगाने पड़ते हैं।
पुलिस पर खर्च होते है इतने पैसे
अतीक को लाने के लिए एक कमांडिंग ऑफिसर, एक इंस्पेक्टर, दो सब इंस्पेक्टर, 6 ड्राइवर, चार हेड कांस्टेबल और 23 कास्टेंबल की ड्यूटी लगाई जाती है। इन पुलिसकर्मियों को 6 लाख रुपए सैलरी और डीए के तौर पर दिेए जाते हैं।
Read Also –भारत में पहली बार हुगली नदी के नीचे दौड़ी मेट्रो, हावड़ा से कोलकाता पहुंची मेट्रो
सरकार क्यों खर्च कर रही इतनी रकम ?
माफिया अतीक 2019 के बाद से ही साबमती जेल में है। सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिए थे कि अतीक को गुजरात की हाईसिक्योरिटी जेल में शिफ्ट किया जाए।हाल ही में उसे लाने वाला काफिला शिवपुरी में रुका था तब अतीक ने कहा था कि मैं सरकार से कहना चाहता हूं कि मुझे पहले ही मिट्टी में मिलाया जा चुका है। मेरे परिवार को इससे दूर रखिए।
Yogi Government