Wickramasinghe:श्रीलंका में पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को गिरफ्तार किया गया है। श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को आज कोलंबो में पुलिस ने हिरासत में लिया है। सूत्रों के अनुसार, उनकी गिरफ्तारी 2019 के ईस्टर संडे बम विस्फोटों से जुड़े एक मामले में की गई है, जिसमें 270 से अधिक लोग मारे गए थे। इस हमले की जांच में कथित लापरवाही और महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी को नजरअंदाज करने के आरोप में विक्रमसिंघे पर सवाल उठे हैं।Wickramasinghe:
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विक्रमसिंघे की गिरफ्तारी उस समय हुई है, जब श्रीलंका पहले से ही आर्थिक और राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। 2022 में देश की आर्थिक बदहाली के कारण व्यापक जन आंदोलन हुए थे, जिसके बाद तत्कालीन राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को देश छोड़कर भागना पड़ा था। विक्रमसिंघे ने इसके बाद राष्ट्रपति का पद संभाला, लेकिन उनकी सरकार पर भी भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन के आरोप लगे।कूटनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि”यह गिरफ्तारी श्रीलंका की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। रानिल विक्रमसिंघे लंबे समय तक देश के सियासी दिग्गज रहे हैं, लेकिन उनकी सरकार के दौरान लिए गए कुछ फैसलों ने जनता में असंतोष पैदा किया। यह देखना होगा कि इस गिरफ्तारी का असर श्रीलंका की वर्तमान सरकार और आगामी चुनावों पर कैसा पड़ता है।”Wickramasinghe:
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श्रीलंका की जनता ने इस गिरफ्तारी पर मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है। कुछ लोग इसे न्याय की दिशा में एक कदम मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा बता रहे हैं। इस बीच, विपक्षी दलों ने सरकार से इस मामले में पारदर्शिता की मांग की है।श्रीलंका की इस घटना पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के अलावा भारत भी नजदीकी से नजर रखे हुए है।Wickramasinghe:
