भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) XPoSat के लॉन्च के साथ नए साल की शुरुआत करने के लिए तैयार है।एक्स-रे पोलारिमीटर सैटेलाइट (XPoSat) एक्स-रे के स्रोतों के रहस्यों को उजागर करने और ब्लैक होल की रहस्यमय दुनिया का अध्ययन करने की कोशिश करेगी।
इस सैटेलाइट को एक जनवरी को श्रीहरिकोटा से पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (पीएसएलवी) से लॉन्च किया जाना है।इसके बाद छह जनवरी को शाम चार बजे लैग्रेंज प्वाइंट-1 पर आदित्य एल-1 सैटेलाइट को प्रक्षेपित किया जाएगा, जहां से ये अगले पांच सालों के लिए सूर्य को ठीक से देख सकेगा और उसका अध्ययन कर सकेगा।
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नए साल में एनआईएसएआर सैटेलाइट का लॉन्च भी होगा, जो नासा और इसरो की 1.2 अरब डॉलर की संयुक्त परियोजना है। ये जलवायु परिवर्तन का अध्ययन करने के लिए बनाया गया अब तक का सबसे महंगा अर्थ इमेजिंग सैटेलाइट होगा।साल 2023 भारत में विज्ञान के लिए रोमांचक रहा। 14 जुलाई को “चंद्रयान-3” की लॉन्चिंग और23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास इसकी सॉफ्ट लैंडिंग ऐतिहासिक उपलब्धी रही।