Yamuna: देश की राजधानी दिल्ली में यमुना नदी एक बार फिर खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है। बीते दिन यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया था, हालांकि आज सुबह यमुना खतरे और चेतावनी स्तर के बीचों-बीच बहती नजर आई। वहीं हथिनीकुंड बैराज से लगातार छोड़े जा रहे पानी के चलते दिल्ली पर बाढ़ का संकट बरकरार बना हुआ है। Yamuna
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आपको बता दें, बीती शाम को यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया था। हालांकि आज सुबह यमुना खतरे के निशान से नीचे और चेतावनी स्तर के ऊपर बहती नजर आ रही है। यमुना नदी का जलस्तर बीते दिन यमुना के तट से काफी ऊपर पहुंच गया था, लेकिन सुबह कुछ गिरावट जरूर दर्ज की गई है। मगर हथिनीकुंड बैराज से एक बार फिर छोड़े गए पानी ने दिल्ली में बाढ़ का खतरा बढ़ा दिया है क्योंकि आज सुबह 5 बजे हथिनीकुंड बैराज से करीब 70,000 से भी ज्यादा क्यूसेक पानी छोड़ा गया जोकि अगले कुछ घंटों में दिल्ली पहुंच सकता है। Yamuna
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आज सुबह 8 बजे के ताजा आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर पुराने लोहे पुल पर 204.67 मीटर दर्ज किया गया है। इस दौरान हथिनीकुंड बैराज से पानी का डिस्चार्ज 51,502 क्यूसेक रहा। वहीं वजीराबाद बैराज से 34,120 क्यूसेक और ओखला बैराज से 42,006 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। एक्सपर्ट्स का कहना है कि जिस तरह से लगातार भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है, ऐसे में अगले 20 से 40 घंटों में यमुना नदी का जलस्तर एक बार फिर खतरे के निशान को पार कर सकता है। यानी दिल्लीवासियों को अभी सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि यमुना का जलस्तर किसी भी वक्त खतरे के निशान को पार कर सकता है। पानी का दबाव बढ़ने से निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा और गहरा सकता है। Yamuna