Zubeen Garg Death Case: असम के दिवंगत गायक जुबिन गर्ग की पिछले महीने सिंगापुर में हुई रहस्यमयी मौत के समय में मौजूद रहे दो और असमिया प्रवासी मंगलवार को पूछताछ के लिए सीआईडी के सामने पेश हुए। सीआईडी गायक की मौत की जाँच कर रही है।अब तक सिंगापुर में रहने वाले सात असमिया प्रवासी भारतीयों ने एसआईटी के सामने गवाही दी है, जबकि सीआईडी की ओर से समन जारी किए गए चार और लोग अभी तक पेश नहीं हुए हैं।सीआईडी के विशेष पुलिस महानिदेशक मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने कहा, “आज अभिमन्यु तालुकदार और तन्मय फुकन सिंगापुर से आए हैं और सीआईडी के समक्ष पेश हो रहे हैं.Zubeen Garg Death Case
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उनसे पूछताछ जारी है और बयान दर्ज किए जा रहे हैं।दोनों असम एसोसिएशन सिंगापुर के शीर्ष पदाधिकारी हैं और 19 सितंबर को समुद्र में तैरते समय गर्ग की मृत्यु के समय नौका पर मौजूद थे। गर्ग चौथे पूर्वोत्तर भारत महोत्सव में भाग लेने के लिए सिंगापुर में थे।गुप्ता ने सोमवार को कहा था कि चार प्रवासी जिओलंगसत नारजारी, परीक्षित शर्मा, सिद्धार्थ बोरा और भास्कर ज्योति दत्ता ने सीआईडी की एसआईटी के सामने गवाही दी थी।Zubeen Garg Death Case
इससे पहले सिंगापुर से केवल एक असमिया शख्स रूपकमल कलिता सीआईडी के सामने पेश हुआ था और उसे जाने देने से पहले एसआईटी ने 24 घंटे से ज़्यादा समय तक पूछताछ की थी।सीआईडी ने घटना के समय नौका पर मौजूद सभी 11 प्रवासियों को समन जारी किया था, जिनमें से केवल कलिता ने ही पहले नोटिस का जवाब दिया था।शेष 10 लोगों को पिछले हफ़्ते दूसरी बार समन जारी किया गया था।
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इससे पहले, नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के मुख्य आयोजक श्यामकानु महंत, गायक के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा, उनके दो बैंड सदस्य शेखर ज्योति गोस्वामी और अमृत प्रभा महंत, और गर्ग के चचेरे भाई और असम पुलिस के डीएसपी संदीपन गर्ग, जो पिछले महीने सिंगापुर में मौजूद थे, उनको सीआईडी ने गिरफ्तार किया था।Zubeen Garg Death CaseZubeen Garg Death Case
ज़ुबिन गर्ग के पीएसओ नंदेश्वर बोरा और प्रबीन बैश्य को भी गिरफ्तार किया गया, जब पुलिस को उनके खातों से 1.1 करोड़ रुपये से ज़्यादा के बड़े वित्तीय लेनदेन का पता चला।गिरफ़्तार किए गए सभी सात लोग अब पुलिस हिरासत में हैं। उन पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत हत्या, गैर इरादतन हत्या, आपराधिक षड्यंत्र और लापरवाही से मौत का कारण बनने का मामला दर्ज किया गया।