ZubinGarg: गायक जुबिन गर्ग की पिछले महीने सिंगापुर में हुई मौत के सिलसिले में उनके दो बैंड सदस्यों शेखर ज्योति गोस्वामी और अमृतप्रभा महंत को शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। ZubinGarg
सिंगापुर में पिछले महीने जुबिन की मौत के सिलसिले में दोनों की 14 दिन की पुलिस रिमांड समाप्त होने के बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया और बाद में कामरूप मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा न्यायिक हिरासत में भेज दिए जाने के बाद उन्हें अलग-अलग पुलिस वैन में ले जाया गया। उन्हें 14 दिनों के भीतर पुनः अदालत में पेश किया जाएगा। ZubinGarg
बक्सा जिला जेल के बाहर हुई हिंसा के बाद अधिकारी इस बारे में कुछ नहीं कह रहे हैं कि उन्हें किस जेल में रखा जाएगा।
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बुधवार को मामले के पांच अन्य आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद उन्हें बक्सा जिला जेल ले जाया गया था। गोस्वामी और महंत दोनों को विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा कई दिन की पूछताछ के बाद तीन अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था और 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था। ZubinGarg
इस मामले में एसआईटी एक अक्टूबर से अब तक सात लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है और सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। गर्ग की 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय मृत्यु हो गई थी। ZubinGarg
नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल (एनईआईएफ) के मुख्य आयोजक श्यामकानु महंत, गायक के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा, उनके चचेरे भाई और पुलिस अधिकारी संदीपन गर्ग और उनके निजी सुरक्षा अधिकारी नंदेश्वर बोरा और प्रबीन बैश्य को बुधवार को कामरूप मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
अदालत ने उनकी सुरक्षा के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए यह भी फैसला सुनाया था कि उन्हें कम कैदियों वाली जेल में भेजा जाना चाहिए और तदनुसार आरोपियों को बक्सा जिला जेल ले जाया गया। जेल के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई थी और आरोपियों को बक्सा लाए जाने का विरोध कर रही थी। कुछ लोगों ने तो यह भी मांग की कि आरोपियों को जनता के हवाले कर दिया जाए ताकि “जुबिन के लिए न्याय” सुनिश्चित हो सके। ZubinGarg
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असम पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसूगैस के गोले दागने पड़े, जिसने पांच आरोपियों को ले जा रहे काफिले पर हमला किया, कुछ वाहनों को आग लगा दी और पत्थर भी फेंके।
अधिकारियों ने बताया कि मुशालपुर कस्बे और जेल के आसपास के इलाकों में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है जबकि पूरे बक्सा जिले में इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाएं अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से निलंबित रहेंगी। उन्होंने बताया कि इस हिंसा में पुलिस कर्मियों, मीडियाकर्मियों और स्थानीय निवासियों सहित कई लोग घायल हो गए थे। ZubinGarg
इससे पहले असम सरकार ने सिंगापुर में गर्ग की मौत की जांच के लिए 10 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया था। महंत, शर्मा और कई अन्य के खिलाफ राज्य भर में 60 से अधिक प्राथमिकी दर्ज की गई हैं, जिसके बाद मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को सभी प्राथमिकी को आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) को स्थानांतरित करने और गहन जांच के लिए एक समेकित मामला दर्ज करने का निर्देश दिया था। ZubinGarg