Jaguar News: राजस्थान के चूरू जिले में आज भारतीय वायुसेना का एक जगुआर ट्रेनर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। इस दुखद हादसे में विमान में सवार दोनों पायलटों की जान चली गई है। हादसे की जांच के लिए वायु सेना ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए हैं। यह हादसा आज दोपहर करीब 1:25 बजे रतनगढ़ तहसील के भानुदा गांव के पास हुआ। भारतीय वायुसेना ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए हैं।
Read also- श्रमिक संगठन की हड़ताल का दिखा असर, पुडुचेरी में दुकानें बंद …सड़कों पर पसरा सन्नाटा
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, विमान के गिरने से पहले आसमान में एक जोरदार धमाका सुनाई दिया, जिसके बाद खेतों में आग की लपटें और धुएं का गुबार उठता दिखाई दिया। हादसे के तुरंत बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोग और प्रशासन की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। विमान का मलबा खेतों में बिखरा हुआ मिला, और प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मलबे में मानव अवशेष भी पाए गए ।भारतीय वायुसेना ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “एक IAF जगुआर ट्रेनर विमान आज चूरू में एक नियमित प्रशिक्षण मिशन के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में दोनों पायलटों को गंभीर चोटें आईं। किसी भी नागरिक संपत्ति को नुकसान नहीं हुआ है।” वायुसेना ने शहीद पायलटों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और कहा कि वे इस दुख की घड़ी में उनके साथ हैं।
Read also- Gujarat: वडोदरा में पुल ढहने के बाद वाहन नदी में गिरे, तीन की मौत
यह हादसा इसलिए भी चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि यह पिछले पांच महीनों में जगुआर विमान का तीसरा हादसा है। इससे पहले मार्च 2025 में हरियाणा के अंबाला और अप्रैल 2025 में गुजरात के जामनगर में जगुआर विमान दुर्घटनाग्रस्त हुए थे। अंबाला हादसे में पायलट सुरक्षित बच गया था, लेकिन जामनगर में एक पायलट की जान चली गई थी। इन लगातार हादसों ने वायुसेना के पुराने विमान बेड़े की तकनीकी स्थिति और सुरक्षा प्रणालियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा, “चूरू जिले के रतनगढ़ क्षेत्र में भारतीय वायुसेना के विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने का समाचार अत्यंत दुखद है। हम शहीद पायलटों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके परिवारों के साथ हैं। प्रशासन को राहत और बचाव कार्यों के लिए तत्काल निर्देश दिए गए हैं।”वायुसेना ने हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए ब्लैक बॉक्स और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर की जांच शुरू कर दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि तकनीकी खराबी इस हादसे की वजह हो सकती है, लेकिन पूरी सच्चाई जांच के बाद ही सामने आएगी। इस बीच, पूरे देश में शहीद पायलटों को श्रद्धांजलि दी जा रही है।