चंडीगढ़- कोविड-19 की असामान्य परिस्थितियों में बुलाए गए हरियाणा विधानसभा के एक दिन के सत्र में बुधवार को कुल 12 विधेयक पारित किये गए। इसके अतिरिक्त, पंजाब ग्राम शामलात भूमि(विनियमन) हरियाणा संशोधन विधेयक, 2020 भी प्रस्तुत किया गया, जिस पर अगले सत्र में चर्चा करने का निर्णय लिया गया। साथ ही सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
कौन से 12 विधेयकों पर लगी मुहर ?
- हरियाणा ग्रामीण विकास (संशोधन) विधेयक, 2020
- हरियाणा नगरपालिका क्षेत्रों में अपूर्ण नागरिक सुख-सुविधाओं तथा अवसंरचना का प्रबंधन (विशेष उपबंध) संशोधन विधेयक, 2020
- हरियाणा लिफ्टस तथा एस्केलेटर अधिनियम (संशोधन) विधेयक, 2020
- हरियाणा नगर निगम (संशोधन) विधेयक, 2020
- हरियाणा नगरपालिका (संशोधन) विधेयक, 2020
- हरियाणा अग्निशमन सेवा (संशोधन) विधेयक, 2020
- हरियाणा नगर मनोरंजन शुल्क (संशोधन) विधेयक, 2020
- हरियाणा नगरीय क्षेत्र विकास तथा विनियमन (द्वितीय संशोधन तथा विधिमान्यकरण) विधेयक, 2020
- हरियाणा राजकोषीय उत्तरदायित्व तथा बजट प्रबंधन (संशोधन) विधेयक, 2020
- हरियाणा विनियोग (संख्या 3) विधेयक, 2020
- हरियाणा माल और सेवा कर (संशोधन)विधेयक, 2020
- हरियाणा मूल्य वर्धित कर (संशोधन) विधेयक, 2020
कैसी रही सत्र की शुरुआत ?
आपको बता दें जैसे ही सत्र शुरू हुआ तभी डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, गृह मंत्री अनिल विज, विधानसभा के कार्यकारी अध्यक्ष रणबीर गंगवा, विपक्ष के नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने सदन में शोक प्रस्ताव पढ़ा। शोक प्रस्ताव में पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन को भी श्रद्धांजलि दी गई। उनके अलावा पूर्व मंत्री मांगेराम गुप्ता, पूर्व विधायक कृष्ण हुड्डा, मनीराम, शास्त्रीय गायक पंडित जसराज, कर्नाटक के पूर्व राज्यपाल हंसराज भारद्वाज, पूर्व मंत्री धर्मवीर गाबा की पत्नी सरला गाबा के अलावा देश के शहीदों, दिवंगतों और कोरोना वारियर्स को भी सदन में श्रद्धांजलि दी गई।
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पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक सत्र दो दिनों तक चलने वाला था लेकिन अब इसमें कटौती की गई है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि “सदस्यों के बीच एक आम सहमति थी कि सदन को एक दिन के लिए मिलना चाहिए। विधानसभा को स्थगन संदर्भ के बाद स्थगित कर दिया जाएगा और महत्वपूर्ण विधायी व्यवसाय संचालित किया जाता है।“
गौरतलब है कि सत्र शुरू होने से पहले ही कई विधायक और मंत्री कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुके थे। जिसमें सत्तारूढ़ भाजपा के आठ विधायक पाए गए थे। इनमें मुख्यमंत्री, दो मंत्री और अध्यक्ष शामिल हैं। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि सत्र की अवधि को कम करने का निर्णय इन विकासों के मद्देनजर लिया गया था।
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