Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कांकेर जिले में सुरक्षाकर्मियों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के दौरान तीन नक्सली की मौत हो गई। जिला रिजर्व गार्ड और बॉर्डर सेक्योरिटी फोर्स की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान के दौरान कोयलीबेड़ा इलाके के एक जंगल में यह मुठभेड़ हुई।
नक्सली हमलें के घेरे में छत्तीसगढ़ के ये जिलें
मुठभेड़ के मामले में छत्तीसगढ़ दूसरा सबसे नक्सली प्रभावित राज्य है। जिनमें 14 जिले बलरामपुर, बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, धमतरी, गरियाबंद, कांकेर, कोंडागांव, महासमुंद, नारायणपुर, राजनंदगांव, सुकमा, कबीरधाम और मुंगेली शामिल हैं। नक्सली हमले की बात करें तो इनमें कमी ना होकर लगातार बढ़ती हुई नजर आ रही है।
रिपोर्ट की मानें तो हर साल लगभग 350 से ज्यादा नक्सली हमले हो जाते हैं, जिनमें हर साल लगभग 45 जवान शहीद हो जाते हैं। आज भी नक्सली मुठभेड़ जारी है। दो नक्सलियों की मौत के बाद उनके शव के साथ ही 2 हथियार भी बरामद किए गए हैं। साथ ही ये भी जानकारी मिली है कि BSF के द्वारा चलाया जा रहा ऑपरेशन अभी भी जारी है।
पिछले दिनों के नक्सली हमलों के आकड़ें
फरवरी 2024 खत्म होने वाले हैं, अगर पिछले साल मार्च की बात करें तो लोकसभा में एक सवाल के जवाब में गृह मंत्रालय ने नक्सली हमलों के आंकड़े पेश किए थे। उस आंकड़े में 2022 में छत्तीसगढ़ राज्य के अंदर 305 नक्सली हमले शामिल थे। 2023 की बात करें तो सरकार से संसद में इस बात का जिक्र किया था कि छत्तीसगढ़ में 2023 के सिर्फ दो महीने में नक्सली हमलों में 7 जवान शहीद हुए थे।
एक और रिपोर्ट के मुताबिक 2013 से 2022 के बीच नक्सली हमलों का आंकड़ा सामने आया था। इन 10 सालों में त्तीसगढ़ में 3 हजार 447 नक्सली हमले हुए थे। जिसमें शहीद जवानों की संख्या 418 थी। नक्सलियों के मौत की बात करें तो सुरक्षकर्मियों ने 663 नक्सलियों को मौत के घात उतारा था।