Uttarakhand: उत्तराखंड (Uttarakhand) में लगातार हो रही बारिश का असर अब मैदानी इलाकों में भी दिखने लगा है, प्रयागराज में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। हालांकि यमुना नदी का जलस्तर अभी खतरे के निशान तक नहीं पहुंचा है, लेकिन बाढ़ की आशंका की वजह से सिंचाई विभाग अलर्ट मोड पर है।
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बता दें, हालात को देखते हुए सिंचाई विभाग का फ्लड डिपार्टमेंट हर चार घंटे में गंगा और यमुना दोनों नदियों का जलस्तर माप रहा है। उत्तराखंड में लगातार बारिश की वजह से कई जिलों में बाढ़ आ गई है, जिससे हरिद्वार बैराज से गंगा में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। चंबल की पहाड़ियों में भारी बारिश से यमुना नदी का जलस्तर भी बढ़ने की आशंका है। उत्तराखंड में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए संगम नगरी प्रयागराज में निगरानी बढ़ा दी गई है।
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हालांकि गंगा अभी खतरे के निशान से करीब 10 मीटर नीचे बह रही है, जिससे तटीय इलाकों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने हालत पर नजर रखने के लिए बाढ़ चौकियां बनाई हैं और राजस्व कर्मियों को तैनात किया है। बाढ़ के दौरान जिन गांवों के संपर्क से कट जाने का खतरा है, वहां राशन और दवाइयां भेजी जा रही हैं। ग्रामीणों को गंगा और यमुना दोनों नदियों में बढ़ते जल स्तर के मद्देनजर जरूरी सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।