PM Sheikh Hasina :बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना ने रविवार को ढाका में उन पीड़ितों के परिवार वालों से मुलाकात करके चेक दिया, जो कोटा सिस्टम के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन में मारे गए थे।बांग्लादेश में पुलिस और स्टूडेंट्स के बीच विवादित कोटा सिस्टम को खत्म किए जाने को लेकर हिंसक झड़पें हुई थीं। कोटा सिस्टम में 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता आंदोलन में लड़ने वाले के रिश्तेदारों को सरकारी नौकरी में 30 फीसदी दिया जाता है।स्टूडेंट्स और पुलिस के बीच हुए हिंसक टकराव के बाद इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं बंद कर दी गई थी।
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बांग्लादेश की सुप्रीम कोर्ट ने बीते सोमवार को पूर्व सैनिकों का आरक्षण कोटा घटाकर पांच फीसदी कर दिया था। इसी तरह सिविल सेवा की 93 प्रतिशत नौकरियां मेरिट पर होंगी, जबकि दो फीसदी अल्पसंख्यकों, ट्रांसजेंडरों और विकलांग लोगों को मिलेंगी।बांग्लादेश के न्यूज पेपर में छपी खबरों में बताया गया है कि हिंसा में कथित तौर पर 100 से अधिक लोग मारे गए हैं।
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हालांकि मौतों का आधिकारिक आंकड़ा नहीं दिया गया है।प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बीते मंगलवार को हिंसक झड़पों के बाद देखते ही गोली मारने के आदेश और कर्फ्यू लागू करने के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि लोगों के जिंदगी और प्रॉपर्टी को बचाने के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं।हिंसा भरे माहौल के बाद बांग्लादेश में बुधवार को हालात सामान्य दिखाई दिए। राजधानी ढाका की सड़कों पर ट्रैफिक बहाल हो गया, बैंकों, कपड़ा कारखानों और इंटरनेट सर्विस को कंट्रोल तरीके से खोला गया।
