Delhi Shelter Home Death: दिल्ली के एक शेल्टर होम में बीते 20 दिनों में 13 से 14 लोगों की मौत होने से हड़कंप मच गया है. मृतकों में एक नाबालिग और छह महिलाएं शामिल हैं।दिल्ली सरकार की राजस्व मंत्री आतिशी ने शुक्रवार को कहा कि जुलाई में आशा किरण शेल्टर होम में मरने वाले 14 लोगों में से कुछ को बीमारियां भी थीं।उन्होंने कहा कि अगर कोई लापरवाही पाई जाती है, तो दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
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दिल्ली में सियासत तेज- आशा किरण “मानसिक रूप से विकलांगों” के लिए दिल्ली सरकार की ओर से चलने वाला सुविधा केंद्र है। ये इसके समाज कल्याण विभाग के तहत आता है।राज कुमार आनंद के इस्तीफे के बाद विभाग फिलहाल बिना किसी प्रमुख के है।दिल्ली में इस समय आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार है।मामला सुर्खियों में आने के बाद आप और बीजेपी में जुबानी जंग शुरू हो गई है।
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मंत्री आतिशी ने दी ये सफाई – मीडिया कर्मियों से मंत्री आतिशी ने कहा कि आशा किरण में 980 लोग और 450 देखभाल करने वाले हैं।ये बौद्धिक रूप से विकलांग लोगों के लिए शेल्टर होम है। बौद्धिक विकलांगता के कई प्रकार हैं।आतिशी ने कहा कि जिन 14 रहने वालों की मौत हुई, उनमें से 13 वयस्क थे और एक नाबालिग था।
घटना की मजिस्ट्रेट जांच के दिए आदेश –मंत्री ने कहा कि घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं और इसकी शुरुआती रिपोर्ट 24 घंटे में आ जाएगी।उन्होंने ये भी कहा कि अगर किसी अधिकारी की ओर से कोई लापरवाही पाई जाती है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ पुलिस जांच भी शुरू की जाएगी।तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने समाज कल्याण विभाग का प्रभार किसी मंत्री को नहीं सौंपा है।