Delhi Institute of Technology: दिल्ली प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) में पढ़ रहे विद्यार्थियों के लिए खुशखबरी है। ऐसा इसलिए क्योंकि IIT दिल्ली ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। डिग्री के लिए 5 सीजीपीए की आवश्यकता वाले नियम में बदलाव करके उसे 4 सीजीपीए कर दिया गया है। अब आईआईटी दिल्ली में डिग्री प्राप्त करने के लिए छात्रों को सिर्फ पास होना होगा। आईआईटी की सीनेट ने यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
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बता दें, संस्थान के एकेडमिक डीन प्रो. नारायणन कुरुर ने बताया कि छात्रों की मानसिक स्थिति को लेकर कई समस्याएं सामने आ रही थीं। यही कारण है कि हमने एक कमेटी बनाई और उस कमेटी ने यह निर्णय लिया, जो छात्रों को काफी राहत देगा। IIT दिल्ली के डायरेक्टर प्रो. रंगन बनर्जी ने बताया कि छात्र जुलाई 2025 से नया पाठ्यक्रम शुरू करेंगे। इसलिए संस्थान ने छात्रों को हर तरह से मदद करने के लिए कई उपाय किए हैं। जिसमें से एक 5 सीजीपीए की आवश्यकता को समाप्त करना है।
कम्युलेटिव ग्रेड प्वाइंट एवरेज (सीजीपीए) एक कैलकुलेशन प्रणाली है जो एकेडमिक परफॉर्मेंस को मापता है। कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में यह आम है। यह एक औसत है, जो सभी विषयों में छात्र के प्राप्त किए गए अंकों को ध्यान में रखते हुए छात्र की कुल अकादमिक प्रदर्शन को दर्शाता है। यह एक ग्रेड प्वाइंट सिस्टम पर आधारित है, जो हर सब्जेक्ट को एक ग्रेड प्वाइंट देता है।
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ये सुविधाएं होगी उपलब्ध- कैंपस में सातों दिन, हर समय काउंसलिंग सेवाएं उपलब्ध हैं, ताकि व्यक्तिगत चुनौतियों से निपट सकें। जागते रहो अभियान के तहत पूरे कैंपस में इससे जुड़े पोस्टर लगाए। किसी भी समस्या से निपटने के लिए कक्षा के अंदर और बाहर छात्र और शिक्षक उपलब्ध रहेंगे। विद्यार्थियों और एलुमिनी विद्यार्थियों के बीच आपसी बातचीत का आयोजन करना। संस्थान ने पीजी छात्रों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सहायता के लिए अधिक प्रतिनिधि नियुक्त किए।