झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन: राज्य सरकार की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है

हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री झारखंड: आज इस राज्य में आने वाली पीढ़ी, को सजाने-संवारने वाली हमारी बच्चियों को लगभग 8 लाख बच्चियों को हम लोगों ने सावित्रीबाई फुले योजना से जोड़ा है। ताकि भविष्य में पढ़ाई छोड़ने की आवश्यकता न पड़े।मात्र बोकारो जिला में ग्रामीण सड़क में, जो ग्रामीण सड़क बेहतर तरह से, उच्च स्तरीय बनाने के लिए लगभग 850 किलोमीटर ग्रामीण सड़क को स्वीकृति हमने दिया है, जो लगभग 600 करोड़ रुपये का बनेगा।”
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को बिना नाम लिए केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर उनकी सरकार की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है।उन्होंने कहा कि उनकी सरकार अलग-अलग योजनाओं के जरिए लोगों तक पहुंचने और सभी वर्गों को फायदा पहुंचाने की जीतोड़ कोशिश कर रही है।हेमंत सोरेन ने बोकारो के चास में एक सार्वजनिक बैठक में कहा कि राज्य से खुदाई किए गए कोयले की वजह से केंद्र पर झारखंड का 1.36 लाख करोड़ रुपये बकाया है।

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‘सरकार आपके दरवाजे पर’ कार्यक्रम के तहत कई योजनाओं की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा, “ये लोग सरकार की छवि खराब करने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। हम योजनाओं के साथ लोगों तक पहुंचने और उन्हें उनके अधिकार देने के लिए काम कर रहे हैं।उन्होंने विपक्ष की निंदा करते हुए कहा कि उन्होंने पिछले 20 साल में कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा, “हमने तीन-चार वर्षों में जो किया है, वे पिछले 20 वर्षों में नहीं कर सके।”उन्होंने कहा, “आज हर परिवार को किसी न किसी योजना से जोड़ा जा रहा है।सीएम ने कहा कि सरकार स्थानीय युवाओं को नौकरी दे रही है, लेकिन विपक्ष इसमें बाधा डाल रहा है।हेमंत सोरेन ने कहा, “1932 की खतियान आधारित नीति को सुनिश्चित करने के लिए हमने एक विधेयक पारित किया। लेकिन विपक्ष ने इसमें भी बाधाएं पैदा कीं। लेकिन हम रुकने वाले नहीं हैं। इस सरकार ने युवाओं को हजारों नौकरियां प्रदान की हैं।इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री ने 49.23 करोड़ रुपये की 15 योजनाओं का उद्घाटन और 118.98 करोड़ रुपये की 193 योजनाओं का शिलान्यास किया। इस मौके पर 18,502 लाभार्थियों के बीच 321.56 करोड़ रुपये की संपत्ति भी बांटी गई।

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