नासा(NASA) के वैज्ञानिकों ने एक ऐसे बाहरी चंद्रमा की खोज की है जो किसी नरक लोक से कम नहीं है। इस पर हो रहे विस्फोट, बह रहे लाल लावे और कड़कड़ाती बिजलियों से ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे इसका अंत नजदीक है। खास बात ये है कि ये जिस WASP-49b ग्रह के चक्कर लगा रहा है वह भी अलग एलियन दुनिया ही है। ये अपने ग्रह और तारों के बीच में है इसलिए इसे दोनों ओर से गर्मी मिल रही है और धधक रहा है। ये पहला आधिकारिक एक्सोमून भी हो सकता है।
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जानकारी के मुताबिक, वैज्ञानिकों ने साल 2017 में WASP-49b ग्रह के चक्कर लगा रहे इस चंद्रमा की खोज की थी। ज्वालामुखी की तरह विस्फोट कर लावा उगलते हुए ये हर सेंकेंड में 1 लाख किलो सोडियम उगल रहा है। NASA के आर्टेमिस मिशन के तहत भेजे गए स्पेसक्राफ्ट ने इस नए चंद्रमा की खोज की है।
इस चंद्रमा की विशेषताएं
धातु से बने इस चंद्रमा की खास विशेषताओं में से एक विशेषता ये है कि हमारे पृथ्वी के चंद्रमा के समान ठंडा नहीं है। ये सूर्य के समान है जोकि लावा उगलने वाला है। इसकी सतह पर लावा का प्रवाह देखा गया है। बीच-बीच में इससे विषैली गैस भी निकल रही है। इस चंद्रमा का आकार लगभग 200 किमी व्यास का है, वहीं इसकी सतह का तापमान लगभग 1100 डिग्री सेल्सियस है। यहीं नहीं इस चंद्रमा पर बिजलियां भी कड़क रहीं हैं।
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NASA के वैज्ञानिकों का मानना है कि यह चंद्रमा चंद्रमा के अंदरूनी भाग में मैग्मा की उपस्थिति के कारण लावा उगल रहा है। वैज्ञानिकों की यह खोज चंद्रमा के निर्माण और विकास के बारे में नए सिरे से जानकारी प्रदान कर सकती है। इस खोज से नासा के आर्टेमिस मिशन को नए लक्ष्य मिले हैं और वे इस चंद्रमा का अध्ययन करने के लिए नए मिशन तैयार कर रहे हैं।