Autism In Kids Reason: भारत समेत दुनियाभर में ऑटिज्म के मरीज तेजी से बढ़ते जा रहे । ऑटिज्म एक ऐसी स्थिति है जो सोशल कॉन्टैक्ट और बिहेवियर को प्रभावित करती है। इस बीमारी में बच्चें का व्यवहार नार्मल नहीं रहता है।ऑटिज्म , या ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर ऐसी स्थिती में उत्पनन होता है। जब किसी व्यक्ति के सामाजिक कौशल, संचार, बातचीत, रुचियों और व्यवहार को प्रभावित करती हैं। ऑटिज्म के कई प्रकार हैं , जो आनुवंशिक और पर्यावरणीय प्रभावों के विभिन्न संयोजनों के कारण होते हैं।
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पीड़ित बच्चों मे दिखाई देते है ये लक्षण- ऑटिज्म से पीड़ित बच्चों में खासतौर पर सामाजिक संपर्क और संचार में समस्या होती है। इस समस्या के कारण कभी कभी छोटे नवजात शिशुओं कोई भी आवाज नहीं निकालते हैं। बड़े बच्चे अन्य लोगों के साथ बातचीत करते समय आँख से संपर्क बनाने, चेहरे के भाव, शरीर की भाषा और हाव-भाव बनाने में समस्या और कठिनाइयाँ हो जाती है। हैं। ऐसे में बच्चों में अक्सर परिचित और अपरिचित दोनों तरह के लोगों को अनदेखा करते हैं। अन्य बच्चों के साथ बातचीत करने में जागरूकता और रुचि की कुल कमी होती है और वे अकेले खेलने की प्रवृत्ति रखते हैं।
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ऑटिज्म के लक्षण इस प्रकार है…
ऑटिज्म से पीड़ित लोगों को आमतौर पर सामाजिक संपर्क और संचार में समस्या होती है।
आँख से संपर्क करने से बच्चा कतराता है।
अकेले रहना पसंद करता है ।
भाषा का सही प्रकार से विकास न होना ।
बचचा वही शब्द और वाक्यांश बार बार दोहराता है ।
दिनचर्या या परिवेश में छोटे-छोटे बदलावों से आसानी से परेशान हो जाना ।
