वायनाड में प्रियंका गांधी ने उठाए किसानों समेत कई स्थानीय मुद्दे

Political News: Priyanka Gandhi raised many local issues including farmers in Wayanad,

Political News: कांग्रेस महासचिव और केरल के वायनाड से यूडीएफ उम्मीदवार प्रियंका गांधी को पूरे संसदीय क्षेत्र में जबरदस्त जनसमर्थन मिल रहा है। मंगलवार को चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें समर्थन देने के लिए लोगों का भारी हुजूम उमड़ पड़ा।उनके सौम्य स्वभाव और मिलनसार व्यवहार के कारण लोग उनसे आसानी से जुड़ रहे हैं और बिना किसी संकोच अपनी समस्याओं को उनके समक्ष रख रहे हैं।

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याद रहे कि कांग्रेस महासचिव ने नामांकन पत्र दाखिल करते समय वायनाड के लोगों से वादा किया था कि वह सीधे उनसे संपर्क करेंगी और वह सुबह से शाम तक लोगों से मिलते हुए लगातार अपना वादा पूरा कर रही हैं। उनका यह अंदाज वायनाड को बहुत पसंद आ रहा है। मंगलवार दिनभर प्रियंका गांधी ने संसदीय क्षेत्र की थिरुवंबडी विधानसभा में आयोजित विभिन्न जनसभाओं को संबोधित किया, जहां उनका स्थानीय निवासियों ने भव्य स्वागत किया।

भाजपा पर निशाना साधते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि पिछले एक दशक में देश की राजनीतिक स्थिति देखकर दुख होता है। भाजपा की राजनीति किसी भी तरह सत्ता में बने रहना और वास्तविक मुद्दों को संबोधित नहीं करना है। हर भाजपा नेता नफरत, डर फैलाता है। बेरोजगारी 45 साल में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है और महंगाई आसमान छू रही है। केंद्र सरकार को लोगों की मदद के लिए कदम उठाने चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।

स्थानीय मुद्दे उठाते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि किसान केले, कॉफी, अदरक, दालचीनी उगाते हैं, लेकिन यहां किसानों का मुश्किलों से घिरे हैं। वे कर्ज में डूबे हैं। उन्हें अपनी फसल का सही मूल्य नहीं मिलने के कारण पलायन करना पड़ता है और अपनी जमीन बेचनी पड़ती है। किसान प्रत्येक केले के पेड़ के बीमा के लिए 300 रुपये देते हैं, लेकिन मुसीबत के समय उन्हें कोई मुआवजा नहीं मिलता। भारी बारिश और बाढ़ से फसलें नष्ट हो जाती हैं, लेकिन सरकार किसानों को सहायता नहीं देती। पशु किसानों की फसलें नष्ट कर देते हैं, लेकिन वर्तमान सरकार के पास इसका कोई उचित समाधान नहीं है। मनरेगा मजदूरों को मिलने वाली मजदूरी बहुत कम है। शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं के अभाव में लोग दूसरे क्षेत्रों में जाने को मजबूर हैं। फ़ुटबॉल खेलने वाले प्रतिभाशाली युवाओं को स्टेडियम, शिविर आदि जैसी अच्छी खेल सुविधाएं नहीं मिलती हैं। रात्रि यातायात प्रतिबंध एक और मुद्दा है जो आपातकालीन स्थिति में समस्या पैदा करता है।

उन्होंने आगे कहा कि वायनाड के ऊपरी इलाके में लोग मेडिकल कॉलेज की मांग करते हैं। यह एक बुनियादी जरूरत है। यहां एक भी मेडिकल कॉलेज नहीं है, मेडिकल सुविधाएं नहीं हैं। यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि सत्ता में कौन है। हाल ही में भूस्खलन जैसी त्रासदी में पूरे परिवार बह गए, दुकानें और घर नष्ट हो गए। किसी को भी इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। स्वास्थ्य, शिक्षा और नौकरी की सुविधाएं जनता के अधिकार हैं और सरकार जनता पर कोई उपकार नहीं कर रही है। लोकतंत्र में लोगों के अधिकारों से बढ़कर कुछ नहीं है।

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प्रियंका ने कहा कि उनके भाई राहुल गांधी को ऐसा उम्मीदवार चाहिए था, जो वायनाड के लोगों के प्यार और सम्मान को समझता हो। वह वायनाड के बहुत आभारी हैं। यही वजह है कि उन्होंने मुझे यहां चुनाव लड़ने के लिए कहा। वायनाड के लोग राहुल गांधी के साथ मुश्किल समय में खड़े रहे। वायनाड ने उन्हें प्यार और समर्थन दिया, उन्हें लड़ते रहने की ताकत और हिम्मत दी। वायनाड के लोगों के समर्थन ने उन्हें एकता, शांति व प्रेम के संदेश के साथ कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलने और मणिपुर से मुंबई तक यात्रा करने में सक्षम बनाया। वह अक्सर कहते थे कि हर कदम पर उन्हें लगा कि वायनाड के लोग उनके साथ चल रहे हैं। प्रियंका गांधी ने जनता से उनके पक्ष में मतदान करने की अपील करते हुए शाम को एरानाड विधानसभा क्षेत्र में भी विशाल सभा को संबोधित किया।

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