कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के उस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर भारतीय सेना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चरणों में नतमस्तक बताया था। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने राज्य के मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी पर की गई शर्मनाक टिप्पणी की भी निंदा की और दोनों नेताओं को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की।
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नई दिल्ली स्थित कांग्रेस कार्यालय में पत्रकार वार्ता करते हुए सोशल मीडिया एवं डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म्स विभाग की अध्यक्ष सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि भाजपा लगातार सेना का अपमान कर रही है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि भारतीय सेना ने हर बार दुश्मन को धूल चटाई है। जिस सेना के शौर्य और पराक्रम के आगे पूरा देश नतमस्तक है, उस सेना के लिए यह कहना कि वह किसी के चरणों में नतमस्तक है, अत्यंत आपत्तिजनक एवं असहनीय है। उन्होंने जोर देकर कहा कि देश भारतीय सेना का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा। सेना के लिए ऐसे निम्नस्तरीय विचार रखने वाला व्यक्ति किसी भी सार्वजनिक पद पर बने रहने के योग्य नहीं है।
सुप्रिया श्रीनेत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दोनों नेताओं को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की और कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है, तो यह माना जाएगा कि सेना के नतमस्तक होने की बात नरेंद्र मोदी कह रहे हैं। मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और मंत्री को प्रधानमंत्री का संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने कहा कि पूरी भाजपा, केंद्र की मोदी सरकार और मध्य प्रदेश की सरकार जिस तरह पहले विजय शाह को बचाने में जुटी हुई थी, अब वो जगदीश देवड़ा को बचाने में लग जाएंगी।
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सुप्रिया श्रीनेत ने यह भी कहा कि सरकार ने चीन से आयात इतना बढ़ा दिया है कि भारत का व्यापार घाटा 100 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। वहीं कांग्रेस नेता ने विजय शाह के कर्नल सोफिया कुरैशी पर दिए गए बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह सुनकर पूरा देश स्तब्ध रह गया।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया था, लेकिन राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों ही विजय शाह को बचाने में जुटी रहीं। हाईकोर्ट ने गुरुवार को सुनवाई के दौरान कहा कि जिस तरह की एफआईआर दर्ज हुई है, वह सिर्फ और सिर्फ दिखावा है। अदालत ने टिप्पणी की कि एफआईआर का ड्राफ्ट ही ऐसा बनाया गया है कि इसे रद्द किया जा सके; उसमें ऐसा कुछ नहीं है जो संज्ञेय अपराध दर्शा सके। उन्होंने कहा कि भाजपा ने आजादी के आंदोलन में कोई भूमिका नहीं निभाई थी।