Uttarakhand: उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदानगर नगर पंचायत में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के मलबे की चपेट में आकर आधा दर्जन मकान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए जिसमें रह रहे सात लोग लापता हो गए।जिला आपदा प्रबंधन केंद्र ने बताया कि भूस्खलन के मलबे ने नगर पंचायत नंदानगर के कुंतरी वार्ड में आधा दर्जन घरों को नष्ट कर दिया।जिला मजिस्ट्रेट संदीप तिवारी ने कहा, “कुंतरी, लागाफली, धर्मा, कुंडी, बांसवाड़ा और तेहरा जैसे इलाके बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कुल सात लोग लापता हैं।”Uttarakhand:
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एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों के साथ एक मेडिकल टीम और तीन एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंच गई हैं।मोख नदी में आई बाढ़ ने नंदानगर क्षेत्र के धर्मा गांव में लगभग 12 घरों को भी नष्ट कर दिया है।अगस्त में नंदानगर के कई इलाकों में जमीन धंसने से घरों की दीवारों में दरारें पड़ गईं, जिसके बाद उनमें रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया।Uttarakhand:
उत्तराखंड के मसूरी में बीते बुधवार को लगभग 2,500 पर्यटक फंस गए क्योंकि देहरादून में बादल फटने और भारी बारिश के बाद इस हिल स्टेशन तक जाने वाले रास्ते लगातार दूसरे दिन भी बंद रहे।इस बीच दिल्ली में बुधवार को बादल छाए रहे और शहर के कुछ हिस्सों में बारिश हुई।मौसम विज्ञान विभाग ने एक यलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें सलाह दी गई है कि हालात पर नजर रखी जाए और वक्त-वक्त पर अपडेट किया जाए।Uttarakhand:
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पिछले कुछ महीनों में पहले से ही कई घातक प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहे हिमालयी राज्यों उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को भारी बारिश ने तबाही मचाई।बादल फटने और भारी बारिश के कारण उत्तराखंड में 15 लोगों की मौत हो गई, 16 लापता हो गए और 900 से ज़्यादा लोग फंस गए, जबकि हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण बड़े पैमाने पर भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई।Uttarakhand: