Dussehra: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला शनिवार देर रात कोटा के ऐतिहासिक दशहरा मेले में पहुंचे और आम नागरिकों की तरह बाजार में घूमकर खरीदारी की। उन्होंने विभिन्न स्टालों और दुकानों पर जाकर छोटे व्यापारियों और कारीगरों से मुलाकात की, उनके अनुभव सुने और मेले के आयोजन को और बेहतर बनाने के लिए सुझाव भी लिए।Dussehra:
बिरला ने कहा कि दशहरा मेला केवल मनोरंजन और उत्सव का स्थल नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करने का भी मंच है। यहां देशभर से आए छोटे व्यापारी, हस्तशिल्पी और कारीगर अपने हाथों से बनाए उत्पादों को प्रस्तुत करते हैं, जो हमारी स्थानीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। उन्होंने कहा कि इस मेला परिसर को और अधिक सुव्यवस्थित और व्यापार-अनुकूल बनाना जरूरी है ताकि कारीगरों और उद्यमियों को अपनी कला और उत्पादों को देश-दुनिया तक पहुंचाने का अवसर मिल सके।Dussehra:
व्यापारियों से सीधे संवाद
बिरला ने मेले में मौजूद दुकानदारों से विस्तार से बातचीत की और उनके व्यवसाय से जुड़ी चुनौतियों को समझा। उन्होंने छोटे व्यापारियों को भरोसा दिलाया कि उनके सुझावों को ध्यान में रखते हुए मेले के ढांचे और सुविधाओं में सुधार के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों को केवल सांस्कृतिक उत्सव तक सीमित न रखकर स्थानीय उद्योग, हस्तशिल्प और उद्यमिता को प्रोत्साहित करने का माध्यम बनाना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि मेले में आने वाले हर व्यापारी को यह महसूस होना चाहिए कि यह उनका अपना मंच है, जो उन्हें आत्मनिर्भर बनने और आर्थिक रूप से सशक्त होने का अवसर प्रदान करता है।
चाय की चुस्की के साथ लिया मेले का आनंद
लोकसभा अध्यक्ष ने देर रात तक मेले में समय बिताया और वहां की रौनक का आनंद लिया। उन्होंने आम लोगों के बीच बैठकर चाय की चुस्की भी ली और मेले में आए परिवारों से संवाद किया। बिरला ने कहा कि दशहरा मेला कोटा की पहचान है और यह आयोजन हर वर्ष नए स्वरूप और नई ऊँचाइयों को छू रहा है।Dussehra:
उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में हमारा प्रयास रहेगा कि कोटा का दशहरा मेला न केवल सांस्कृतिक उत्सव के रूप में, बल्कि स्थानीय उत्पादों, कला, हस्तशिल्प और उद्यमिता के सबसे बड़े मंच के रूप में स्थापित हो। इसके लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे और सुविधाओं को और सुदृढ़ किया जाएगा।बिरला ने छोटे व्यापारियों और उद्यमियों को प्रेरित करते हुए कहा कि उनका परिश्रम ही देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाता है। आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में ऐसे उद्यमियों की भूमिका सबसे अहम है, और दशहरा मेला जैसे आयोजन उनके लिए नए अवसरों के द्वार खोलते हैं।Dussehra:
मेले में देर रात तक मौजूद रहे लोकसभा अध्यक्ष से मिलने और उनके साथ तस्वीरें खिंचवाने के लिए नागरिकों में उत्साह देखा गया। बिरला ने लोगों से संवाद करते हुए सभी को आगामी दीपावली की शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह पर्व सबके जीवन में खुशियां और समृद्धि लेकर आए।