करनाल के कई किसान पराली का सही तरह से प्रबंधन करके प्रदूषण कम करने में तो सहायक हो ही रहे हैं, साथ ही पराली बेचकर अतिरिक्त कमाई भी कर रहे हैं। प्रदूषण के खिलाफ मुहिम में हरियाणा सरकार इस बार पराली जलाने की घटनाओं को पूरी तरह ‘शून्य’ स्तर पर लाना चाहती है, इसके लिए किसानों को जागरूक भी किया जा रहा है।
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आपको बता दें, सरकार की पहल और सब्सिडी का लाभ उठाते हुए, किसान बेलर मशीनों का इस्तेमाल करके फसल अवशेषों का प्रबंधन कर रहे हैं। अपने खेतों और आस-पास के गांवों से पराली को इकट्ठा कर रहे हैं, उसे सीधे कारखानों को बेच रहे हैं। सरकारी सब्सिडी का लाभ उठाने वाले किसान दूसरों से टिकाऊ पराली प्रबंधन अपनाने की अपील कर रहे हैं, जिसे अब काफी किसान सहमत भी हैं।
करनाल में कृषि विभाग ने पराली जलाने के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के लिए 450 टीमें तैनात की हैं। अधिकारियों का कहना है कि इस अभियान के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं और इस सीज़न में अब तक पराली जलाने का कोई मामला सामने नहीं आया है।