Indian Politics: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बीते बुधवार को दावा किया कि जवाहरलाल नेहरू ने सरदार वल्लभभाई पटेल को प्रधानमंत्री बनने से रोका था और कहा कि अगर पटेल उस पद पर होते तो आज देश की छवि बेहतर होती। Indian Politics
मंत्री दिलावर राज्य के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर के साथ 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले एकता मार्च सहित कई कार्यक्रमों पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। Indian Politics
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भारत के स्वतंत्रता संग्राम पर विचार करते हुए दिलावर ने इस बात पर ज़ोर दिया कि सरदार वल्लभभाई पटेल ने हैदराबाद सहित लगभग 600 रियासतों के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिन्होंने शुरू में भारत में शामिल होने का विरोध किया था। उन्होंने कहा कि पटेल ने निज़ाम को एकीकरण प्रक्रिया का हिस्सा बनने के लिए सफलतापूर्वक “मनाया”।
दिलावर ने कहा, “ये कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि आज हम जिस भारत को देखते हैं, उसका अस्तित्व काफी हद तक सरदार वल्लभभाई पटेल का ही है।”
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के भीतर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए पटेल की उम्मीदवारी का समर्थन करने के प्रयास हुए थे। हालाँकि, नेहरू के विरोध के कारण गांधीजी ने कार्यकारी समिति के अधिकांश सदस्यों के समर्थन के बावजूद पटेल को ये पद ग्रहण करने से रोक दिया। Indian Politics
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दिलावर ने आरोप लगाया, “जब पटेल के प्रधानमंत्री बनने का अवसर आया, तो नेहरू ने धमकी दी कि वो किसी और के अधीन काम नहीं करेंगे, जिसके कारण पटेल इस पद की दौड़ से हट गए।” उन्होंने आगे कहा कि पटेल को देश का नेतृत्व करने का मौका नहीं दिया गया। दिलावर ने कहा, “अगर सरदार वल्लभभाई पटेल हमारे प्रधानमंत्री होते, तो आज हमारे देश की छवि बेहतर होती।” Indian Politics
