आंध्र प्रदेश में हाल ही में आए भीषण चक्रवाती तूफ़ान मोंथा के दौरान हुई भारी बारिश के कारण कृष्णा नदी पर बने पुलीचिंतला बाँध और प्रकाशम बैराज में असाधारण रूप से भारी जलस्तर आ गया, जिससे अतिरिक्त पानी नदी में छोड़ना पड़ा है। जलस्तर कम होने से पहले और भी बढ़ सकता है, इसलिए नदी के निचले इलाकों में रहने वाले गाँवों में रहने वाले लोगों को सतर्क किया जा रहा है। इसके चलते चेतावनी जारी की गई है कि नदी और समुंद्र में यात्रा, तैराकी और मछली पकड़ने से बचें। Montha
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आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रबंध निदेशक प्रखर जैन ने कहा कि प्रकाशम बैराज में जलस्तर 2.74 लाख क्यूसेक (घन फीट प्रति सेकंड) तक पहुँच गया है और इतनी ही मात्रा नदी के निचले इलाकों में छोड़ी जा रही है। ये देखते हुए कि विजयवाड़ा के प्रकाशम बैराज में चेतावनी जारी की जा सकती है। आपदा प्रबंधन अधिकारी ने कहा कि बैराज में जलस्तर धीरे-धीरे कम होने से पहले पांच लाख क्यूसेक तक बढ़ सकता है। Montha
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इस बीच राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रबंध निदेशक प्रखर जैन ने निचले इलाकों के गाँवों के लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और नदी में यात्रा करने, तैरने और मछली पकड़ने से मना किया है। दक्षिणी राज्य भीषण चक्रवाती तूफान मोंथा से प्रभावित हुआ है, जिसका थाई भाषा में अर्थ सुगंधित फूल होता है। राज्य़ में भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है। Montha
 
			
 
	 
						 
						