Karnataka News– कर्नाटक सरकार ने किसानों को भरोसा दिया है कि उन्हें रोजाना सात घंटे बिजली दी जाएगी। ये फैसला छह नवंबर को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की अध्यक्षता में ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक में लिया गया।
सिद्धारमैया ने कहा, “भाग्य ज्योति, कुटीरा ज्योति और अमृता ज्योति जैसी सब्सिडी वाली बिजली योजनाओं के लाभार्थियों को गृह ज्योति के तहत कवर किया जाएगा।”
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सिद्धारमैया, मुख्यमंत्री, कर्नाटक: “भाग्य ज्योति, कुतीरा ज्योति और अमृता ज्योति जैसी सब्सिडी वाली बिजली योजनाओं के लाभार्थियों को गृह ज्योति के तहत कवर किया जाएगा। सरकार ने सरकारी प्राथमिक स्कूलों और जूनियर कॉलेजों के अर्जित बिजली खर्चों में 389.66 करोड़ रुपये की लंबित शेष राशि को कम करने का संकल्प लिया है।”
साल 2022 की तुलना में 2023 में कृषि उपयोग के लिए औसत बिजली की मांग 55% से बढ़कर 119% हो गई है। हालांकि रायचूर और बेल्लारी थर्मल पावर प्लांट का उत्पादन बढ़ गया है, फिर भी बिजली उत्तर प्रदेश, पंजाब और हिमाचल प्रदेश से खरीदी जा रही है।