नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कृषि सुधारों से जुड़े कानूनों को देश तथा किसानों के उज्जवल भविष्य के लिए जरूरी बताते हुए आज विपक्षी दलों, अलग-अलग संगठनों और आंदोलनकारियों से अच्छे सुझाव देने तथा बातचीत के जरिए मिलकर मुद्दे का समाधान कर देश को आगे बढने देने का आह्वान किया।
पीएम मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का सोमवार को जवाब देते हुए कहा कि ये सुधार कृषि क्षेत्र तथा देश के उत्थान के लिए बेहद जरूरी हैं।
इसलिए किसी को भी देश तथा विशेष रूप से आंदोलनकारियों को गुमराह नहीं करना चाहिए, बल्कि उन्हें समझाना चाहिए साथ ही देश के विकास में बाधा बनने वाले लोगों को पहचानने की जरूरत है।
पीएम के जवाब के बाद सदन ने विपक्षी सदस्यों के सभी संशोधनों को नामंजूर करते हुए राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित कर दिया।
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विपक्ष के सर्वश्री तिरूचि शिवा, एम षणमुगम , दीपेन्द्र हुड्डा, विशम्भर प्रसाद निषाद, छाया वर्मा , विकास रंजन और ई करीम सहित अनेक सदस्यों ने संशोधन के प्रस्ताव दिये थे जिन्हें सदन ने ध्वनिमत से अस्वीकार कर दिया।
तीन नए कृषि कानून और इसके खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को लेकर लगातार संसद के दोनों सदनों में हंगामा बरपा हुआ है।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में जवाब दे रहे हैं। कोरोना संकट काल को लेकर पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधा है, साथ ही दुनिया में भारत द्वारा दी जा रही मदद का उल्लेख किया है।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि देश अब आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है, ऐसे में हर किसी का ध्यान देश की ओर कुछ करने के लिए होना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि संकट के वक्त में दुनिया की नजर भारत पर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ लोग हैं जो भारत को अस्थिर करना चाहते हैं, ऐसे में हमें सतर्क रहना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग सिख भाइयों के दिमाग में गलत चीजें भरने में लगे हैं, ये देश हर सिख पर गर्व करता है।
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पीएम मोदी ने कहा कि मैंने पंजाब की रोटी खाई है, सिख गुरुओं की परंपरा को हम मानते हैं। उनके लिए जो भाषा बोली जाती है, उससे देश का भला नहीं होगा।
पीएम ने कहा कि कोई भी कानून आया हो, कुछ वक्त के बाद सुधार होते ही हैं। पीएम मोदी ने अपील करते हुए कहा कि आंदोलनकारियों को समझाते हुए हमें आगे बढ़ना होगा, गालियों को मेरे खाते में जाने दो लेकिन सुधारों को होने दो।
पीएम मोदी ने कहा कि बुजुर्ग आंदोलन में बैठे हैं, उन्हें घर जाना चाहिए। आंदोलन खत्म करें और चर्चा आगे चलती रहे। किसानों के साथ लगातार बात की जा रही है।
पीएम मोदी ने किसानों को भरोसा दिलाया कि MSP था, है और रहेगा। मंडियों को मजबूत किया जा रहा है, जिन 80 करोड़ लोगों को सस्तों में राशन दिया जाता है, वो भी जारी रहेगा।
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किसानों की आय बढ़ाने के लिए दूसरे उपाय पर बल दिया जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि अगर अब देर कर देंगे, तो किसानों को अंधकार की तरफ धकेल देंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि शरद पवार समेत कई कांग्रेस के नेताओं ने भी कृषि सुधारों की बात की है। शरद पवार ने अभी भी सुधारों का विरोध नहीं किया, हमें जो अच्छा लगा वो किया आगे भी सुधार करते रहेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि आज विपक्ष यू-टर्न कर रहा है, क्योंकि राजनीति हावी है। पीएम मोदी ने सदन में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का कथन पढ़ा कि हमारी सोच है कि बड़ी मार्केट को लाने में जो अड़चने हैं, हमारी कोशिश है कि किसान को उपज बेचने की इजाजत हो।
पीएम मोदी ने कहा कि जो मनमोहन सिंह ने कहा वो मोदी को करना पड़ रहा है, आप गर्व कीजिए। पीएम मोदी ने कहा कि दूध का काम करने वाले, पशुपालन वाले, सफल का काम करने वालों के पास खुली छूट है। लेकिन किसानों को ये छूट नहीं है।