Ajit Pawar vs Sharad Pawar- लोकसभा से पहले महाराष्ट्र की सियासत मे बड़ा मोड़ आया हैं जब चुनाव आयोग ने अजित पवार गुट को ही असली NCP करार दिया. इस करार के बाद पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह अजित पवार के नाम हो गया है. एक तरफ देखा जाए तो अजित पवार को बड़ी जीत मिली हैं तो वही उनके चाचा शरद पवार के लिए आम चुनाव से पहले ही बड़ा झटका लगा है.
चुनाव आयोग ने दी विशेष छूट
हालांकि चुनाव आयोग ने चुनावों को मध्य नजर रखते हुए शरद पवार को अपने नए रानीतिक गठन का नाम रखने की विशेष छूट दी हैं. चुनाव आयोग ने शरद पवार गुट से नया सिंबल और पार्टी के नाम के लिए आवेदन करने को कहा है. शरद पवार गुट को पार्टी के लिए नये नाम और सिंबल के बारे में चुनाव आयोग को सुझाव देना होगा. सूत्रों की मानें तो शरद पवार गुट की ओर से सुझाव दिए जाने के बाद चुनाव आयोग पहले जांच करेगा फिर उन्हें नया नाम और सिंबल देगा.
शरद पवार के पास क्या है विकल्प ?
चुनाव अयोग के इस फैसले को शरद पवार की 63 साल की राजनीति में सबसे बड़ा झटका माना जा रहा हैं . वही चुनाव आयोग के फैसले पर अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हुई है कि शरद के पास अब क्या विकल्प बचा है?
क्या होगा शरद पवार का अगला कदम?
अजित पवार को एनसीपी का नाम और चुनाव चिन्ह मिलने पर शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने अपने अगले कदम का खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि हम चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे. उन्होंने कहा कि अमिताभ बच्चन, अमिताभ बच्चन है और हमारा अमिताभ बच्चन शरद पवार हैं.
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उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि जो शिवसेना के साथ हुआ, वही आज हमारे साथ हो रहा है, इसलिए यह कोई नया आदेश नहीं है. बस नाम हैं, बदल दिए गए हैं, लेकिन सामग्री वही है.” उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमीशन का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है, एनसीपी ही शरद पवार है.
नाम और चुनाव चिह्न के मामले में विपक्ष नेता का बयान
NCP के नाम और चुनाव चिह्न के मामले में चुनाव आयोग द्वारा अजित पवार के पक्ष में फैसला सुनाए जाने पर महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि यह सब कुछ हमें अपेक्षित था. जब शिवसेना का फैसला आया था तभी यह अपेक्षित था. यह कोई नई बात नहीं है, यह देश किस दिशा में जा रहा है