रोहतक(देवेंद्र शर्मा): अंतरराष्ट्रीय पहलवान सतेंद्र मलिक अपने ऊपर लगे आजीवन प्रतिबंध को लेकर न्याय की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब अपराधिक प्रवृत्ति के लोग ज्यूरी में होंगे तो इसी तरह के फैसले लेकर पहलवानों का करियर खत्म कर दिया जाएगा। लेकिन उन्हें फेडरेशन से पूरी उम्मीद है कि वह उन्हें न्याय देगी। जिसके लिए उन्होंने फेडरेशन के सामने गुहार लगाई है। सतेंद्र मलिक ने अपना पक्ष रखने के लिए एक प्रेस वार्ता में कहा कि उन्हें पहलवानी करते हुए 20 साल हो गए हैं और आज तक कभी भी उनके करियर में किसी के साथ मारपीट तो दूर की बात उन्होंने तेज आवाज से बात भी नहीं की।
कॉमनवेल्थ ट्रायल के दौरान जो घटनाक्रम हुआ वह उन्हें कॉमनवेल्थ गेम में जाने से रोकने के लिए एक साजिश थी। ज्यूरी मेंबर जगबीर दहिया के साथ जो घटनाक्रम उस ट्रायल के दौरान हुआ वह वीडियो में सभी ने देखा। जगबीर दहिया के सामने जब उस कुश्ती को लेकर मैंने अपना पक्ष रखा तो उन्होंने मुझे थप्पड़ मार दिया और गुस्से में मैंने भी थप्पड़ लगा दिया। उन्होंने कहा के जगबीर दहिया पर तो पहले भी आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह जेल में भी रहा है। ऐसे लोग ज्यूरी में होंगे तो इसी तरह से पहलवानों के करियर बर्बाद करते रहेंगे।
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उन्होंने कहा कि इस गलत फैसले से मेरा 20 साल का करियर बर्बाद हो गया है। वे एयरफोर्स में नौकरी करते हैं और एयरफोर्स की तरफ से भी फेडरेशन को इस मामले की जांच करने के लिए लिखा गया है। साथ ही उन्होंने स्वयं भी फेडरेशन के सामने गुहार लगाई है कि उन्हें न्याय दिया जाए। उन्हें पूरी उम्मीद है कि फेडरेशन उनके साथ न्याय करेगी। इस फैसले ने कॉमनवेल्थ से पदक जीतने का मेरा सपना खत्म कर दिया है। मैं चाहता हूं कि ट्रायल दोबारा करवाए जाएं।