(सुनील जिंदल): गोहाना के खानपुर में स्थित बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज में बॉन्ड पॉलिसी को वापस लेने की मांग को लेकर पिछले 50 दिन से अधिक धरने पर बैठे एमबीबीएस विद्यार्थियों ने बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने बुधवार को 51वें दिन धरने को विस्तार देते हुए बॉन्ड पॉलिसी को वापस लेने के लिए अपने खून से पीएम, सीएम और गृह मंत्री के नाम पत्र लिखा है। इस दौरान छात्राओं ने आने वाले 48 घंटे के लिए भूख हड़ताल भी शुरू कर दी। छात्राएं बॉन्ड पॉलिसी को वापस लेने की मांग कर रही है, महिला मेडिकल कॉलेज की छात्राओं ने एक मत में होकर कहा है कि सरकार एमबीबीएस के विद्यार्थियों को हड़ताल खत्म करने के लिए मौखिक तौर पर संशोधन कर रही है। अभी तक लिखित में कोई संशोधन नहीं किया गया है। जब तक सरकार बॉन्ड पॉलिसी में उनके हिसाब से संशोधन नहीं करती है और लिखित में नहीं देती है। एमबीबीएस के विद्याथिर्यों की हड़ताल जारी रहेगी साथ ही शाम को गोहाना शहर में जाकर कैंडल मार्च निकालेंगी
बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज में बॉन्ड पॉलिसी को वापस लेने की मांग को लेकर बुधवार को छात्राएं भूख हड़ताल पर बैठ गई हैं। छात्राओं का कहना है कि अभी 48 घंटे के लिए भूख हड़ताल शुरू की है, यदि सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है तो भूख हड़ताल को बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द बॉन्ड पॉलिसी को वापस लिया जाए। बीपीएस महिला मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की छात्राएं 1 नवंबर से हड़ताल पर बैठी हैं।
छात्राएं विभिन्न प्रकार से बोर्ड पॉलिसी का विरोध कर रही हैं। बुधवार को छात्राओं ने भूख हड़ताल शुरू कर दी हैं। छात्राएं सुबह 9 बजे 48 घंटे के लिए भूख हड़ताल पर बैठ गई हैं। छात्राओं ने एकमत होकर कहा है कि जब तक सरकार बॉन्ड पॉलिसी को वापस नहीं लेती है भूख हड़ताल जारी रखेंगी।
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फिलहाल उन्होंने 48 घंटे के लिए भूख हड़ताल शुरू की हैं। आवश्यकता पड़ने पर भूख हड़ताल को बढ़ाया भी जा सकता है। भूख हड़ताल के माध्यम से छात्राओं का कहना है कि सरकार नींद से जागे और बॉन्ड पॉलिसी वापस ले। इस दौरान छात्राओं ने पॉलिसी को वापस लेने के लिए अपने खून से पीएम, सीएम और गृह मंत्री के नाम पत्र लिखा है साथ ही शाम को गोहाना शहर में जाकर कैंडल मार्च निकालेंगी छात्राओं का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा कर लिखित में नहीं देती, तब तक उनकी हड़ताल इसी प्रकार जारी रहेगी।