प्रयागराज में उमेश पाल शूटआउट में दूसरे गनर घायल की भी मौत हो गई है। बता दें कि हमले में उमेश पाल और एक गनर की भी उसी दिन मौत हो गई थी। वहीं दूसरे गनर राघवेंद्र क लखनऊ में पीजीआई में इलाज चल रहा था लेकिन इलाज के दौरान ही दूसरे गनर की भी मौत हो जाती है। बता दें कि घटनास्थल के बाद चिकित्सकों की निगरानी में स्पेशल एंबुलेंस से राघवेंद्र को प्रयागराज से लखनऊ तक ग्रीन कॉरिडोर बनाकर लाया गया था। ताकि रास्ते में किसी ङी तरह काी कोई अवरोध ना होने पाएं।
जिंदगी और मौत के बीच लड़ रहे इस सिपाही राघवेंद्र की लखनऊ के पीजीआई में उन्होंने अंतिम सांस ली। रायबरेली के लालगंज कोरिहरा गांव के निवासी की मई में उनकी शादी होने वाली थी। जानकारी के लिए आपको बता दें कि राघवेंद्र के पिता भी पुलिस में थे। मृतक आश्रित कोटे के तहत उनकी भर्ती हुई थी।
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दरअसल उमेश पाल हत्याकांड में राघवेंद्र को दो गोली लगी थी, जिसमें से दोनों गोलियों को ऑपरेशन करके निकाला जा चुका था। लेकिन पेट में लगी एक गोली ने उन्हें बहुत नुकसान पहुंचाया था। वहीं बुधवार शाम 5:45 बजे सिपाही राघवेंद्र की इलाज के दौरान मौत हो गई।