ये पूछने पर कि क्या एमएनएम विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) में शामिल होगी, इस पर हासन ने कहा, ‘‘मैंने पहले ही कहा है कि ये वक्त दलगत राजनीति से ऊपर उठने और देश के बारे में सोचने का है। जो भी देश के बारे में निस्वार्थ भाव से सोचता है, मेरी एमएनएम उसका हिस्सा बनेगी।’’लेकिन उन्होंने कहा कि एमएनएम ‘‘स्थानीय सामंती राजनीति’’ करने वाले दलों के साथ हाथ नहीं मिलाएगी। ये पूछने पर कि क्या वे ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल हो गए हैं, इस पर हासन ने कहा, ‘‘नहीं, मैं शामिल नहीं हुआ हूं।’’अपने पार्टी के संभावित राजनैतिक गठबंधन पर उन्होंने कहा, ‘‘बातचीत की जा रही है’’ और इस संबंध में कोई भी ‘‘अच्छी खबर’’ मीडिया को दी जाएगी।ऐसी अटकलें हैं कि हासन की पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन के नेतृत्व वाली डीएमके के साथ गठबंधन को लेकर बातचीत की है।एमएनएम ने 2019 का लोकसभा चुनाव और 2021 का तमिलनाडु विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन वो कोई खास प्रदर्शन नहीं कर पाई थी।
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कमल हसन, संस्थापक, एमएनएम: अच्छी खबर हमेशा थोड़ी देर से आती है। जब भी ऐसा होगा, मैं तुरंत इसकी घोषणा करूंगा। मैं इंडिया गठबंधन में शामिल नहीं हुआ हूं। ये दलगत राजनीति को धुंधला करने, राष्ट्र के बारे में सोचने का समय है। मैं किसी भी ऐसे समूह का हिस्सा बनूंगा जो ‘निःस्वार्थ भाव से’ राष्ट्र के बारे में।सोचता है। हम निश्चित रूप से स्थानीय सामंती राजनीति का हिस्सा नहीं होंगे।गठबंधन की बातचीत चल रही है। मैं अभी यह नहीं कह सकता कि कौन से दल बातचीत का हिस्सा हैं। मैं अभी कोई सीधी टिप्पणी नहीं कर सकता।2021 के विधानसभा चुनाव में कोयंबटूर दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र में 90,000 लोगों ने वोट नहीं दिया। मैं 1,200 वोटों के कारण नहीं हारा। मैं उन 90,000 वोटों के कारण हार गया जो डाले नहीं गए थे।जनसंख्या नियंत्रण सरकार की नीतियों के अनुसार राष्ट्र के कल्याण के लिए लागू किया गया था। हम केंद्र सरकार को कर के रूप में भुगतान किए गए प्रत्येक एक रुपये के लिए केवल 29 पैसे ले रहे हैं। समान अधिकार होना चाहिए। राष्ट्र के लिए वित्तीय योगदान के मामले में तमिलनाडु टॉप तीन राज्यों में से एक है। तमिलनाडु ने किसानों के लिए जितना किया है, केंद्र सरकार ने उसका 10 फीसदी भी नहीं किया है।”