AAP Protest News: दिल्ली के कानून मंत्री कपिल मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के कोर्ट के आदेश के बाद बुधवार को एएपी विधायकों ने विधानसभा में विरोध किया। अतिशी और दूसरे विधायक पोस्टर लेकर कपिल मिश्रा के इस्तीफे की मांग करते दिखे। 24 फरवरी 2020 को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगे भड़क गए थे, जिसमें 53 लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हुए थे।
Read also-Royal Enfield Sale: रॉयल एनफील्ड की बिक्री में आया बंपर उछाल, मार्च में बिके कुल इतने वाहन
अदालत ने दिया FIR का निर्देश – मोहम्मद इलियास नाम के व्यक्ति ने अदालत में याचिका दायर कर कपिल मिश्रा के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की थी।हालांकि, दिल्ली पुलिस ने कहा कि कपिल मिश्रा का दंगों से कोई संबंध नहीं था और कुछ लोग उन पर झूठा आरोप लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की एक अदालत ने मंगवार को दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री कपिल मिश्रा और अन्य के खिलाफ यहां 2020 में हुए दंगों में उनकी कथित भूमिका की जांच के लिए प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है। अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट वैभव चौरसिया ने इसे ‘‘प्रथम दृष्टया’’ संज्ञेय अपराध पाया, जिसके लिए जांच की आवश्यकता है।
Read also-Sikandar Worldwide Collection Day 2: सिकंदर मूवी ने दो दिनों में बॉक्स ऑफिस पर किया 100 करोड़ का आंकड़ा पार
पुलिस ने कही ये बात- न्यायाधीश ने कहा, ‘‘ये स्पष्ट है कि मिश्रा कथित अपराध के समय इलाके में थे और (मामले में) आगे की जांच की आवश्यकता है।”न्यायाधीश यमुना विहार निवासी मोहम्मद इलियास की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई कर रहे थे, जिसमें प्राथमिकी दर्ज करने की अपील की गई थी, जिसका दिल्ली पुलिस ने विरोध किया और दावा किया कि दंगों में मिश्रा की कोई भूमिका नहीं थी।
