Maharashtra: महाराष्ट्र दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पालघर में वधावन बंदरगाह की आधारशिला रखी और कई विकास कार्यों का शुभारंभ किया है। इस दौरान उन्होंने छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा गिरने पर सिर झुकाकर माफी भी मांगी और कहा छत्रपति शिवाजी हमारे लिए सिर्फ एक नाम नहीं हैं वो हमारे आराध्य हैं।
PM मोदी ने छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा गिरने पर मांगी माफी
PM मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के पालघर में 76 हजार करोड़ की लागत वाली वधावन बंदरगाह परियोजना का शिलान्यास और हजारों करोड़ की कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया है। इसके साथ ही उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जब 2013 में BJP ने मुझे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में निश्चित किया, तो मैंने सबसे पहले रायगढ़ के किले में जाकर छत्रपति शिवाजी महाराज की समाधि के सामने बैठ कर प्रार्थना की और राष्ट्रसेवा की एक नई यात्रा आरंभ की थी। छत्रपति शिवाजी महाराज मेरे लिए सिर्फ नाम नहीं हैं, हमारे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य देव हैं। पिछले दिनों सिंधुदुर्ग में जो हुआ, आज मैं सिर झुकाकर मेरे आराध्य देव छत्रपति शिवाजी महाराज जी के चरणों में मस्तक रखकर माफी मांगता हूं।
Read Also: Haryana Politics: हरियाणा में बजा चुनावी बिगुल, लाडवा से ताल ठोकेंगे CM नायब सिंह सैनी
वीर सावरकर का भी किया जिक्र
उन्होंने इसके साथ ही कहा हमारे संस्कार अलग हैं, हम वो लोग नहीं हैं जो आए दिन भारत मां के महान सपूत, इसी धरती के लाल वीर सावरकर को अनाप-शनाप गालियां देते रहते हैं, अपमानित करते रहते हैं, देशभक्तों की भावनाओं को कुचलते हैं। वे लोग वीर सावरकर को गालियां देने के बाद भी माफी मांगने को तैयार नहीं हैं। उनको पश्चाताप नहीं होता है, मगर महाराष्ट्र की जनता उनके संस्कार को अब जान गई है।
महाराष्ट्र के पास विकास के लिए सामर्थ्य भी है और जरूरी संसाधन भी है। यहां समुद्र के तट भी है और इन तटों से अंतरराष्ट्रीय व्यापार का सदियों पुराना इतिहास भी है। यहां भविष्य की अपार संभावनाएं भी हैं। इन अवसरों का पूरा लाभ महाराष्ट्र और देश को मिले… इसके लिए आज वाढवण पोर्ट की नींव रखी गई है। यह देश का सबसे बड़ा कंटेनर पोर्ट होगा। ये देश ही नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे गहरे पोर्ट में से एक महत्वपूर्ण पोर्ट होगा। हमारी सरकार ने दो-तीन दिन पहले ही दिघी बंदरगाह औद्योगिक क्षेत्र के विकास को भी मंजूरी दे दी है। यानि, ये महाराष्ट्र के लोगों के लिए डबल खुशखबरी है। ये छत्रपति शिवाजी के सपनों का भी प्रतीक बनेगा।
PM ने कहा एक समय था, जब भारत को विश्व के सबसे समृद्ध और सशक्त राष्ट्रों में गिना जाता था। भारत की इस समृद्धि का एक बड़ा आधार था- भारत की सामुद्रिक सामर्थ्य… हमारी इस ताकत को महाराष्ट्र से बेहतर और कौन जानेगा? छत्रपति शिवाजी महाराज… उन्होंने समुद्री व्यापार को, समुद्री शक्ति को एक नई ऊंचाई दी थी। उन्होंने नई नीतियां बनाई, देश की प्रगति के लिए फैसले लिए। अब ये भारत, नया भारत है। नया भारत- इतिहास से सबक लेता है, अपने सामर्थ्य को पहचानता है, अपने गौरव को पहचानता है। गुलामी की बेड़ियों के हर निशान को पीछे छोड़ते हुए नया भारत समुद्री इंफ्रास्ट्रक्चर में मील के नए पत्थर लगा रहा है।
Read Also: शिवाजी की प्रतिमा ढहने के मामले में एक्शन, संरचना सलाहकार चेतन पाटिल गिरफ्तार
इसके अलावा PM मोदी ने कहा आज भारत, दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मछली उत्पादक देश बन गया है। 2014 में देश में 80 लाख टन मछली का ही उत्पादन होता था, आज करीब-करीब 170 लाख टन मछली का उत्पादन भारत कर रहा है। यानि, सिर्फ 10 साल में आपने मछली का उत्पादन दोगुना कर दिया है। हमारी सरकार मछली उत्पादन में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने का भी काम कर रही है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत हजारों महिलाओं को मदद दी गई है। हम तटीय गांवों के विकास पर और ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।
आपका सामर्थ्य बढ़ाने के लिए मच्छीमार सहकारी संस्थाओं को भी मजूबत बनाया जा रहा है। पिछड़ों के लिए काम करना हो या वंचितों को अधिकार देना हो। BJP और NDA सरकारों ने पूरे समर्पण भाव और ईमानदारी से काम किया है। 21वीं सदी की नारीशक्ति समाज को नई दिशा देने को तैयार है। यही नारीशक्ति विकसित भारत का बहुत बड़ा आधार है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास, ये NDA सरकार का मंत्र है।
Top Hindi News, Latest News Updates, Delhi Updates, Haryana News, click on Delhi Facebook, Delhi twitter and Also Haryana Facebook, Haryana Twitter
